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6 Mar 2020 · 1 min read

सफ़र

ये
सफ़र ही तो हो
जन्म से मृत्यु तक
अबाध अनोखा सफ़र
पल की भी न किसी को खबर
कि होगा क्या
बाद पल भर यहाँ
खबर नहीं पल की
तो
बात क्यों करें
कल की…

रंजना माथुर
अजमेर (राजस्थान )
मेरी स्व रचित व मौलिक रचना
©

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 249 Views
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