Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Dec 2020 · 1 min read

तौर – तरीके

आज बरस दर बरस
तुम्हारे और मेरे बीच
बढ़ते रहे निरंतर फासले
और चौड़ी होती गई खाई
फासले तो बढ़ने ही थे
क्योंकि
तुम्हारी हर राह जुदा थी
हर चाह जुदा थी
अलग थे तुम्हारे चयन के तौर तरीके
और गज़ब का था तुम्हारा व्यवसाय प्रबंधन
तुम्हारे व्यवसाय प्रबंधन का
मैं क ख ग भी सीख न पाया
क्योंकि सीधी सरल राहों का आदी
मैं बचता रहा टेढ़ी पथरीली राहों से
और इसीलिए सफलताओं का लबादा
ओढ़ने से सदा वंचित रह गया।
और तुम सफलताओं के लबादे की
परत दर परत ओढ़
चढ़ते रहे अपने मुकम्मल मुकाम पर
और मैं
संतुष्टि भरी कुंठित व्यग्रता लिए
आज भी जहां का तहां खड़ा हूं ।

अशोक सोनी
भिलाई ।

Language: Hindi
2 Comments · 308 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सच तो आज न हम न तुम हो
सच तो आज न हम न तुम हो
Neeraj Agarwal
अक्सर हम ऐसा सच चाहते है
अक्सर हम ऐसा सच चाहते है
शेखर सिंह
मैं तो निकला था,
मैं तो निकला था,
Dr. Man Mohan Krishna
बारिश की संध्या
बारिश की संध्या
महेश चन्द्र त्रिपाठी
"रंग भर जाऊँ"
Dr. Kishan tandon kranti
नीची निगाह से न यूँ नये फ़ित्ने जगाइए ।
नीची निगाह से न यूँ नये फ़ित्ने जगाइए ।
Neelam Sharma
आत्मीयकरण-1 +रमेशराज
आत्मीयकरण-1 +रमेशराज
कवि रमेशराज
धर्म और संस्कृति
धर्म और संस्कृति
Bodhisatva kastooriya
💐प्रेम कौतुक-161💐
💐प्रेम कौतुक-161💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हम ऐसी मौहब्बत हजार बार करेंगे।
हम ऐसी मौहब्बत हजार बार करेंगे।
Phool gufran
पिता !
पिता !
Kuldeep mishra (KD)
*फेसबुक पर स्वर्गीय श्री शिव अवतार रस्तोगी सरस जी से संपर्क*
*फेसबुक पर स्वर्गीय श्री शिव अवतार रस्तोगी सरस जी से संपर्क*
Ravi Prakash
* मुझे क्या ? *
* मुझे क्या ? *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सुख की तलाश आंख- मिचौली का खेल है जब तुम उसे खोजते हो ,तो वह
सुख की तलाश आंख- मिचौली का खेल है जब तुम उसे खोजते हो ,तो वह
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
2430.पूर्णिका
2430.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
बाबा फरीद ! तेरे शहर में हम जबसे आए,
बाबा फरीद ! तेरे शहर में हम जबसे आए,
ओनिका सेतिया 'अनु '
मैं तो महज नीर हूँ
मैं तो महज नीर हूँ
VINOD CHAUHAN
सत्यता वह खुशबू का पौधा है
सत्यता वह खुशबू का पौधा है
प्रेमदास वसु सुरेखा
“WE HAVE TO DO SOMETHING”
“WE HAVE TO DO SOMETHING”
DrLakshman Jha Parimal
दिसम्बर की सर्द शाम में
दिसम्बर की सर्द शाम में
Dr fauzia Naseem shad
क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023
क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023
Sandeep Pande
#रिसर्च
#रिसर्च
*Author प्रणय प्रभात*
जिंदगी एक ख़्वाब सी
जिंदगी एक ख़्वाब सी
डॉ. शिव लहरी
मुझे मालूम है, मेरे मरने पे वो भी
मुझे मालूम है, मेरे मरने पे वो भी "अश्क " बहाए होगे..?
Sandeep Mishra
11) “कोरोना एक सबक़”
11) “कोरोना एक सबक़”
Sapna Arora
रिश्ते मोबाइल के नेटवर्क जैसे हो गए हैं। कब तक जुड़े रहेंगे,
रिश्ते मोबाइल के नेटवर्क जैसे हो गए हैं। कब तक जुड़े रहेंगे,
Anand Kumar
संस्कारधर्मी न्याय तुला पर
संस्कारधर्मी न्याय तुला पर
Dr MusafiR BaithA
संत साईं बाबा
संत साईं बाबा
Pravesh Shinde
छंद घनाक्षरी...
छंद घनाक्षरी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
हम सब मिलकर, ऐसे यह दिवाली मनाये
हम सब मिलकर, ऐसे यह दिवाली मनाये
gurudeenverma198
Loading...