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20 Jun 2017 · 1 min read

* सफर जिंदगी का *

आसां नहीं सफर जिंदगी का
हर पल इम्तेहाँ होता है ।
दिल जान लगा दे जो अपनी
वही इंसान कामयाब होता है ।
सफर ये जिंदगी का
हर पल इम्तेहाँ होता है ।

कभी सुख तो कभी दुःख
हर शय से पाला पड़ता है ।
कभी हार तो कभी जीत
हर राह से गुजरना पड़ता है ।
सफर ये जिंदगी का
हर पल इम्तेहाँ होता है ।

रंग अनेकों है जीवन के
हर रंग में ढलना पड़ता है ।
बहते पानी सा है जीवन
पत्थर चिर के बहना पड़ता है ।
सफर ये जिंदगी का
हर पल इम्तेहाँ होता है ।

कुछ पल ऐसे भी आते हैं
जीने से मन भर जाता है ।
जीवन तो जीवन है “नीलम”
हर दर्द से गुजरना पड़ता है ।
सफर ये जिंदगी का
हर पल इम्तेहाँ होता है ।

Language: Hindi
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