संवेदनाएं खोल देती हैं , जीवन में सुख के द्वार
संवेदनाएं खोल देती हैं, जीवन में सुख के द्वार
संवेदनाओं के अभाव में , जीवन में बसे अन्धकार
दया धर्म का मूल है, पाप मूल अभिमान
इस प्र जो विश्वास करे, उसे जीवन का ज्ञान
संवेदनाएं खोल देती हैं, जीवन में सुख के द्वार
संवेदनाओं के अभाव में , जीवन में बसे अन्धकार
दया धर्म का मूल है, पाप मूल अभिमान
इस प्र जो विश्वास करे, उसे जीवन का ज्ञान