Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Apr 2020 · 1 min read

संत आचार्य महाप्रज्ञ

तोलाराम पिता थे और थी बालू आपकी माता।
संस्कृत, प्राकृत हिंदी भाषा के प्रकांड थे ज्ञाता।।

आचार्य तुलसी को आपनेअपना आचार्य बनाया।
उनके सानिध्य में रहकर अपना ज्ञान बढ़ाया।।

जैन श्वेतांबर धर्मसंघ के बने आप आचार्य ।
संत महाप्रज्ञ बन सेवा के किये आपने कार्य ।।

अणुव्रत आंदोलन में अपना सहयोग दिया।
प्रेक्षाध्यान भी प्रचलित जन हित के लिए किया।।

अनेकांत दृष्टि के सूत्र का करते रहे प्रचार।
धर्म अहिंसा को माना इस जीवन आधार।।

जैन आगम का किया आपने अध्ययन सम्पादन ।
और भारतीय, पश्चिम दर्शन को पढ़ा समीक्षक बन।।

अनेक विधाओं में आपने अपनी कलम चलाई।
उनका वैज्ञानिक चिंतन देता उनमें दिखलाई।।

शुरू अहिंसा यात्रा अपनी सुजानगढ़ से की ।
एक लाख किलोमीटर चलकर वहीं वापसी भी की।।

ऐसे संत मुनि को करते हाथ जोड़ प्रणाम ।
जन सेवा के लिए जगत में किये आपने काम।।

22-04-2020
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद (उ प्र)

Language: Hindi
3 Likes · 341 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
सरस्वती बंदना
सरस्वती बंदना
Basant Bhagawan Roy
💐अज्ञात के प्रति-102💐
💐अज्ञात के प्रति-102💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
उनकी आंखो मे बात अलग है
उनकी आंखो मे बात अलग है
Vansh Agarwal
ॐ शिव शंकर भोले नाथ र
ॐ शिव शंकर भोले नाथ र
Swami Ganganiya
उनको देखा तो हुआ,
उनको देखा तो हुआ,
sushil sarna
सदविचार
सदविचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आँगन में एक पेड़ चाँदनी....!
आँगन में एक पेड़ चाँदनी....!
singh kunwar sarvendra vikram
यारा  तुम  बिन गुजारा नही
यारा तुम बिन गुजारा नही
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सच्चा प्यार
सच्चा प्यार
Mukesh Kumar Sonkar
सामाजिक मुद्दों पर आपकी पीड़ा में वृद्धि हुई है, सोशल मीडिया
सामाजिक मुद्दों पर आपकी पीड़ा में वृद्धि हुई है, सोशल मीडिया
Sanjay ' शून्य'
" सत कर्म"
Yogendra Chaturwedi
आए तो थे प्रकृति की गोद में ,
आए तो थे प्रकृति की गोद में ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
दानवता की पोषक
दानवता की पोषक
*Author प्रणय प्रभात*
मोहब्बत में मोहब्बत से नजर फेरा,
मोहब्बत में मोहब्बत से नजर फेरा,
goutam shaw
*कोई किसी को न तो सुख देने वाला है और न ही दुःख देने वाला है
*कोई किसी को न तो सुख देने वाला है और न ही दुःख देने वाला है
Shashi kala vyas
मां की दूध पीये हो तुम भी, तो लगा दो अपने औलादों को घाटी पर।
मां की दूध पीये हो तुम भी, तो लगा दो अपने औलादों को घाटी पर।
Anand Kumar
विधवा
विधवा
Acharya Rama Nand Mandal
खरा इंसान
खरा इंसान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"हर दिन कुछ नया सीखें ,
Mukul Koushik
तुम तो हो जाते हो नाराज
तुम तो हो जाते हो नाराज
gurudeenverma198
बाढ़
बाढ़
Dr.Pratibha Prakash
पिंजरे के पंछी को उड़ने दो
पिंजरे के पंछी को उड़ने दो
Dr Nisha nandini Bhartiya
* किधर वो गया है *
* किधर वो गया है *
surenderpal vaidya
उदात्त जीवन / MUSAFIR BAITHA
उदात्त जीवन / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
देश के युवा करे पुकार, शिक्षित हो हमारी सरकार
देश के युवा करे पुकार, शिक्षित हो हमारी सरकार
Gouri tiwari
पशु पक्षियों
पशु पक्षियों
Surya Barman
अपना ख़याल तुम रखना
अपना ख़याल तुम रखना
Shivkumar Bilagrami
इश्क़ एक सबब था मेरी ज़िन्दगी मे,
इश्क़ एक सबब था मेरी ज़िन्दगी मे,
पूर्वार्थ
मार गई मंहगाई कैसे होगी पढ़ाई🙏🙏
मार गई मंहगाई कैसे होगी पढ़ाई🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मुक्तक- जर-जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले।
मुक्तक- जर-जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...