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3 May 2017 · 1 min read

संग्राम

सिंगर चले सँवर चले ।
माथे बाँध कफ़न चले ।
मातृ भूमि के रण बाँके ,
युद्ध समर संग्राम चले ।
विश्व शांति के रक्षक ।
सर्वजन हिताय के पक्षक ।
विश्व शांति की खातिर ,
काँधे संगीन तान चले ।
ले हाथों में जान चले ।
युद्ध समर संग्राम चले ।
…. विवेक ….

Language: Hindi
282 Views
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