षड्यंत्र चल रहा है, दिलों जान जल रहा है
षड्यंत्र चल रहा है, दिलों जान जल रहा है
मेरी शान को मिटाने, कुटिल चाल चल रहा है
चीन जल रहा है, पाकिस्तान जल रहा है
चीन के इशारे पर, नेपाल चल रहा है
लेकिन दुश्मन कितना भी कर ले,नहीं शान मिट पाएगी
130 करोड़ जनता, थाम तिरंगा आएगी
भारत माता की रक्षा में, अपना शीश चढ़ाएगी
दम मत दिखलाना हथियारों का, हम ब्रह्मास्त्र धारी हैं
चंड मुंड संहारक हैं हम, करते शेर सवारी हैं
बहुत सहा अब नहीं सहेंगे, पानी सिर से गुजर चुका
भारत माता का बच्चा-बच्चा, जीने मरने की ठान चुका
61 में भी हमने बंधु, पीठ नहीं दिखलाई थी
मरते दम तक थाम तिरंगा, गोली सीने पर खाई थी
71 में एक लाख फौज की बंधक, रहम से कर दी रिहाई थी
अगर हमें उकसाया, हम खंड खंड कर देंगे
चंड मुंड का दुनिया से, नामोनिशान मिटा देंगे