Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jul 2017 · 1 min read

श्री राम (प्रार्थना )

इस अंतस की पीड़ा को,
कौन सुनेगा ?
राम ।
जीवन के इस खालीपन को
कौन भरेगा ?
राम ।
मेरे मन के टेड़ेपन को ,
कौन सुधारे ?
राम ।
इस दुनियाँ के पाप ताप को ,
कौन हरेगा ?
राम ।
देश ,शहर, गलियों को ,
भय से कौन उबारे ?
राम ।
इस युग के असंख्य रावणों को ,
कौन संहारे ?
राम ।

Language: Hindi
Tag: गीत
597 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Ranjan Goswami
View all
You may also like:
जिंदगी की कहानी लिखने में
जिंदगी की कहानी लिखने में
Shweta Soni
🌹मेरे जज़्बात, मेरे अल्फ़ाज़🌹
🌹मेरे जज़्बात, मेरे अल्फ़ाज़🌹
Dr Shweta sood
*हुई हम से खता,फ़ांसी नहीं*
*हुई हम से खता,फ़ांसी नहीं*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्रेम पीड़ा
प्रेम पीड़ा
Shivkumar barman
खंजर
खंजर
AJAY AMITABH SUMAN
सत्य की खोज........एक संन्यासी
सत्य की खोज........एक संन्यासी
Neeraj Agarwal
दिन ढले तो ढले
दिन ढले तो ढले
Dr.Pratibha Prakash
तेरा मेरा वो मिलन अब है कहानी की तरह।
तेरा मेरा वो मिलन अब है कहानी की तरह।
सत्य कुमार प्रेमी
मार्गदर्शन होना भाग्य की बात है
मार्गदर्शन होना भाग्य की बात है
Harminder Kaur
🌹🌹🌹शुभ दिवाली🌹🌹🌹
🌹🌹🌹शुभ दिवाली🌹🌹🌹
umesh mehra
पीठ के नीचे. . . .
पीठ के नीचे. . . .
sushil sarna
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
Bato ki garma garmi me
Bato ki garma garmi me
Sakshi Tripathi
"आज का विचार"
Radhakishan R. Mundhra
मनुख
मनुख
श्रीहर्ष आचार्य
"वो हसीन खूबसूरत आँखें"
Dr. Kishan tandon kranti
वाह मेरा देश किधर जा रहा है!
वाह मेरा देश किधर जा रहा है!
कृष्ण मलिक अम्बाला
मात -पिता पुत्र -पुत्री
मात -पिता पुत्र -पुत्री
DrLakshman Jha Parimal
कैसा होगा मेरा भविष्य मत पूछो यह मुझसे
कैसा होगा मेरा भविष्य मत पूछो यह मुझसे
gurudeenverma198
मै ठंठन गोपाल
मै ठंठन गोपाल
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
बहुत सहा है दर्द हमने।
बहुत सहा है दर्द हमने।
Taj Mohammad
About [ Ranjeet Kumar Shukla ]
About [ Ranjeet Kumar Shukla ]
Ranjeet Kumar Shukla
चंद्रयान 3
चंद्रयान 3
Dr.Priya Soni Khare
क्या कहुं ऐ दोस्त, तुम प्रोब्लम में हो, या तुम्हारी जिंदगी
क्या कहुं ऐ दोस्त, तुम प्रोब्लम में हो, या तुम्हारी जिंदगी
लक्की सिंह चौहान
छीज रही है धीरे-धीरे मेरी साँसों की डोर।
छीज रही है धीरे-धीरे मेरी साँसों की डोर।
डॉ.सीमा अग्रवाल
चाहत
चाहत
Shyam Sundar Subramanian
*विभीषण (कुंडलिया)*
*विभीषण (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
अनुभूति, चिन्तन तथा अभिव्यक्ति की त्रिवेणी ... “ हुई हैं चाँद से बातें हमारी “.
अनुभूति, चिन्तन तथा अभिव्यक्ति की त्रिवेणी ... “ हुई हैं चाँद से बातें हमारी “.
Dr Archana Gupta
■ अटल सत्य...
■ अटल सत्य...
*Author प्रणय प्रभात*
नई शुरावत नई कहानियां बन जाएगी
नई शुरावत नई कहानियां बन जाएगी
पूर्वार्थ
Loading...