Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jul 2016 · 1 min read

शैर

तरक़्क़ियों के नशे में ख़ुदी को भूल गया.,
जो रहनुमा था, मुसाफ़िर उसी को भूल गया.!
तमाम रात लड़ी जंग जिन चराग़ों ने.,
सहर हुई तो ज़माना उन्ही को भूल गया..!!

( ख़ुमार देहल्वी )
१४/०७/२०१६

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 1 Comment · 475 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"समय से बड़ा जादूगर दूसरा कोई नहीं,
Tarun Singh Pawar
यह तेरा चेहरा हसीन
यह तेरा चेहरा हसीन
gurudeenverma198
सड़कों पर दौड़ रही है मोटर साइकिलें, अनगिनत कार।
सड़कों पर दौड़ रही है मोटर साइकिलें, अनगिनत कार।
Tushar Jagawat
बाँकी अछि हमर दूधक कर्ज / मातृभाषा दिवश पर हमर एक गाेट कविता
बाँकी अछि हमर दूधक कर्ज / मातृभाषा दिवश पर हमर एक गाेट कविता
Binit Thakur (विनीत ठाकुर)
दुश्मन को दहला न सके जो              खून   नहीं    वह   पानी
दुश्मन को दहला न सके जो खून नहीं वह पानी
Anil Mishra Prahari
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
बिल्ले राम
बिल्ले राम
Kanchan Khanna
अधूरे ख्वाब
अधूरे ख्वाब
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
धमकियां शुरू हो गई
धमकियां शुरू हो गई
Basant Bhagawan Roy
"ज्यादा मिठास शक के घेरे में आती है
Priya princess panwar
मृदा प्रदूषण घातक है जीवन को
मृदा प्रदूषण घातक है जीवन को
Buddha Prakash
आभा पंखी से बढ़ी ,
आभा पंखी से बढ़ी ,
Rashmi Sanjay
Wishing you a very happy,
Wishing you a very happy,
DrChandan Medatwal
होठों को रख कर मौन
होठों को रख कर मौन
हिमांशु Kulshrestha
शुभं करोति कल्याणं आरोग्यं धनसंपदा।
शुभं करोति कल्याणं आरोग्यं धनसंपदा।
Anil "Aadarsh"
धनतेरस जुआ कदापि न खेलें
धनतेरस जुआ कदापि न खेलें
कवि रमेशराज
3145.*पूर्णिका*
3145.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वक़्त है तू
वक़्त है तू
Dr fauzia Naseem shad
मुद्दों की बात
मुद्दों की बात
Shekhar Chandra Mitra
लाल और उतरा हुआ आधा मुंह लेकर आए है ,( करवा चौथ विशेष )
लाल और उतरा हुआ आधा मुंह लेकर आए है ,( करवा चौथ विशेष )
ओनिका सेतिया 'अनु '
कुंडलिनी छंद ( विश्व पुस्तक दिवस)
कुंडलिनी छंद ( विश्व पुस्तक दिवस)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
#एकताको_अंकगणित
#एकताको_अंकगणित
NEWS AROUND (SAPTARI,PHAKIRA, NEPAL)
ठहराव सुकून है, कभी कभी, थोड़ा ठहर जाना तुम।
ठहराव सुकून है, कभी कभी, थोड़ा ठहर जाना तुम।
Monika Verma
तुम्हारी छवि...
तुम्हारी छवि...
उमर त्रिपाठी
याद आयेगा हमें .....ग़ज़ल
याद आयेगा हमें .....ग़ज़ल
sushil sarna
*वट का वृक्ष सदा से सात्विक,फल अद्भुत शुभ दाता (गीत)*
*वट का वृक्ष सदा से सात्विक,फल अद्भुत शुभ दाता (गीत)*
Ravi Prakash
“दूल्हे की परीक्षा – मिथिला दर्शन” (संस्मरण -1974)
“दूल्हे की परीक्षा – मिथिला दर्शन” (संस्मरण -1974)
DrLakshman Jha Parimal
जिंदगी जीने का कुछ ऐसा अंदाज रक्खो !!
जिंदगी जीने का कुछ ऐसा अंदाज रक्खो !!
शेखर सिंह
चलो मिलते हैं पहाड़ों में,एक खूबसूरत शाम से
चलो मिलते हैं पहाड़ों में,एक खूबसूरत शाम से
पूर्वार्थ
#शेर-
#शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...