Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Feb 2021 · 1 min read

ऐतबार किया हमने

अपनी अक्ल को दरकिनार किया हमने
एक फरेबी शख्स पे ऐतबार किया हमने

वो जल्द लौट आने का वादा कर के गया
फिर मुद्दतों उसका इंतजार किया हमने

Language: Hindi
2 Comments · 286 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
यूँ तो हम अपने दुश्मनों का भी सम्मान करते हैं
यूँ तो हम अपने दुश्मनों का भी सम्मान करते हैं
ruby kumari
आगाज़-ए-नववर्ष
आगाज़-ए-नववर्ष
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Shweta Soni
लौटना मुश्किल होता है
लौटना मुश्किल होता है
Saraswati Bajpai
मिसाइल मैन को नमन
मिसाइल मैन को नमन
Dr. Rajeev Jain
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
नज़राना
नज़राना
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
गुरु स्वयं नहि कियो बनि सकैछ ,
गुरु स्वयं नहि कियो बनि सकैछ ,
DrLakshman Jha Parimal
मिल जाते हैं राहों में वे अकसर ही आजकल।
मिल जाते हैं राहों में वे अकसर ही आजकल।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
मौन मुसाफ़िर उड़ चला,
मौन मुसाफ़िर उड़ चला,
sushil sarna
मेरे आदर्श मेरे पिता
मेरे आदर्श मेरे पिता
Dr. Man Mohan Krishna
सूर्य देव
सूर्य देव
Bodhisatva kastooriya
मां गंगा ऐसा वर दे
मां गंगा ऐसा वर दे
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
माया मोह के दलदल से
माया मोह के दलदल से
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जुबान
जुबान
अखिलेश 'अखिल'
भारत देश
भारत देश
लक्ष्मी सिंह
,...ठोस व्यवहारिक नीति
,...ठोस व्यवहारिक नीति
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मै शहर में गाँव खोजता रह गया   ।
मै शहर में गाँव खोजता रह गया ।
CA Amit Kumar
टन टन बजेगी घंटी
टन टन बजेगी घंटी
SHAMA PARVEEN
-0 सुविचार 0-
-0 सुविचार 0-
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
माईया पधारो घर द्वारे
माईया पधारो घर द्वारे
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
आदित्य यान L1
आदित्य यान L1
कार्तिक नितिन शर्मा
💐प्रेम कौतुक-302💐
💐प्रेम कौतुक-302💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
गुनाह लगता है किसी और को देखना
गुनाह लगता है किसी और को देखना
Trishika S Dhara
*आयु मानव को खाती (कुंडलिया)*
*आयु मानव को खाती (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Maine Dekha Hai Apne Bachpan Ko...!
Maine Dekha Hai Apne Bachpan Ko...!
Srishty Bansal
बेबाक
बेबाक
Satish Srijan
आज की प्रस्तुति: भाग 7
आज की प्रस्तुति: भाग 7
Rajeev Dutta
तेरी इस वेबफाई का कोई अंजाम तो होगा ।
तेरी इस वेबफाई का कोई अंजाम तो होगा ।
Phool gufran
********* कुछ पता नहीं *******
********* कुछ पता नहीं *******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...