Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Oct 2017 · 1 min read

शेर भी दोहे भी,

**मुझे न भड़काओ यारों,
मैं धधकती हुई ज्वाला हूँ,
हाथ सेकने को नहीं,
हीरा बनाती हूँ रुपांतरण मेरी भाषा,
.
भीड़ तेरी शक्ल ना सुरत,
काम करती है तू औंदा(उलटे)
जिस पर हों जाएं फिदा,
फिर कौन सुहाखा(नेत्र-युक्त)कौन अंधा,
.
नाम पर न जाइये नाम है भरपूर,
खण्डित को कहिये अखंड,
नाम पूर्ण न होय ,
पूर्ण भी बँटते देखे,
पूरी भी खानी पड़ती तरोड़-मरोड़ कर,
.
कारण कारक एक है,दोनों ही फल देते समान,
कोई कारण खोज आगे बढ़े,
कोई कारक बन मंजिल पाये,
.
अध्यात्मिकता एक रोग है,
जिसे लगे ..बढ़ता ही जाये,
लोगों को पागल मालूम पड़े,
उसे परमसुख मिल जाए,
.
मैं तुच्छ हु ..तुम सबकुछ,
तुम विराट ..मुझे तेरी पनाह,
जित् देखूँ उत तू ही तू,
महेन्द्र भी गया समां,

डॉ महेन्द्र सिंह खालेटिया,
रेवाड़ी(हरियाणा).

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 1 Comment · 400 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahender Singh
View all
You may also like:
साथ मेरे था
साथ मेरे था
Dr fauzia Naseem shad
अब न वो आहें बची हैं ।
अब न वो आहें बची हैं ।
Arvind trivedi
2933.*पूर्णिका*
2933.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"प्रेम रोग"
Dr. Kishan tandon kranti
हमें प्यार और घृणा, दोनों ही असरदार तरीके से करना आना चाहिए!
हमें प्यार और घृणा, दोनों ही असरदार तरीके से करना आना चाहिए!
Dr MusafiR BaithA
*जिंदगी का क्या भरोसा, कौन-सा कब मोड़ ले 【हिंदी गजल/गीतिका】*
*जिंदगी का क्या भरोसा, कौन-सा कब मोड़ ले 【हिंदी गजल/गीतिका】*
Ravi Prakash
दिलकश
दिलकश
Vandna Thakur
स्वामी विवेकानंद
स्वामी विवेकानंद
मनोज कर्ण
- दीवारों के कान -
- दीवारों के कान -
bharat gehlot
महोब्बत के नशे मे उन्हें हमने खुदा कह डाला
महोब्बत के नशे मे उन्हें हमने खुदा कह डाला
शेखर सिंह
विनम्रता, सादगी और सरलता उनके व्यक्तित्व के आकर्षण थे। किसान
विनम्रता, सादगी और सरलता उनके व्यक्तित्व के आकर्षण थे। किसान
Shravan singh
रामराज्य
रामराज्य
कार्तिक नितिन शर्मा
कविका मान
कविका मान
Dr. Sunita Singh
Ranjeet Shukla
Ranjeet Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
मां कालरात्रि
मां कालरात्रि
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
सेंगोल की जुबानी आपबिती कहानी ?🌅🇮🇳🕊️💙
सेंगोल की जुबानी आपबिती कहानी ?🌅🇮🇳🕊️💙
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
रोशन है अगर जिंदगी सब पास होते हैं
रोशन है अगर जिंदगी सब पास होते हैं
VINOD CHAUHAN
सजनी पढ़ लो गीत मिलन के
सजनी पढ़ लो गीत मिलन के
Satish Srijan
मेरा दिन भी आएगा !
मेरा दिन भी आएगा !
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
और चौथा ???
और चौथा ???
SHAILESH MOHAN
#जालसाज़ों_की_दुनिया_में 😢😢
#जालसाज़ों_की_दुनिया_में 😢😢
*Author प्रणय प्रभात*
यूं साया बनके चलते दिनों रात कृष्ण है
यूं साया बनके चलते दिनों रात कृष्ण है
Ajad Mandori
अक्सर लोगों को बड़ी तेजी से आगे बढ़ते देखा है मगर समय और किस्म
अक्सर लोगों को बड़ी तेजी से आगे बढ़ते देखा है मगर समय और किस्म
Radhakishan R. Mundhra
💐प्रेम कौतुक-379💐
💐प्रेम कौतुक-379💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
तस्वीरों में मुस्कुराता वो वक़्त, सजा यादों की दे जाता है।
तस्वीरों में मुस्कुराता वो वक़्त, सजा यादों की दे जाता है।
Manisha Manjari
क्रिकेटफैन फैमिली
क्रिकेटफैन फैमिली
Dr. Pradeep Kumar Sharma
आज और कल
आज और कल
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
: काश कोई प्यार को समझ पाता
: काश कोई प्यार को समझ पाता
shabina. Naaz
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
Loading...