Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 May 2017 · 1 min read

जैसा करे,वैसा पाए???

मुसीबते आजमाती इंसान को यहाँ।
इंसान परेशान हो जाता है बेइंतहा।
नहीं समझता प्रभु की लीला ये सब,
रोता चिल्लाता है अजान बांध समां।

प्रेरणा मेरी कहती है मत हो निराश।
दु:ख के बाद सुख आता ले प्रकाश।
आँधी बाद बारीस का ज्यों आगमन,
हरी-भरी करता धरा,निखारे आकाश।

व्याकुल कभी न हो पल-पल बदले।
चले कभी चलते-चलते चाहे फिसले।
दो पहलू बनाए हैं हर बात के,सुन!
कभी रात हो जैसे कभी सुबह खिले।

स्वान भौकें लाख परवाह न तू कर।
मंज़िल मिलेगी, छोड़ना न तू डगर।
कोई ताने दे,कोई सुझाव सुन सबकी,
पर अपने मन की मानता चल सुधर।

एक दिन काँटे भी फूल बन खिलेंगे।
एक दिन पराये भी अपने बन मिलेंगे।
तेल देख तेल की धार देख,तू प्यारे!
आज तू चलता कल तेरे आदेश चलेंगे।

हिम्मत से भाग्य चमके,भाग्य को भूल।
कर्म नेक कर बस अपनाले सद् उसूल।
तेरी लग्न से,मन मग्न से,सच्चे फ़न से,
धूल भी चूमकर क़दम बन जाएगी फूल।

…….राधेयश्याम बंगालिया”प्रीतम”
????

Language: Hindi
292 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
"New year की बधाई "
Yogendra Chaturwedi
बदल डाला मुझको
बदल डाला मुझको
Dr fauzia Naseem shad
बेवक़ूफ़
बेवक़ूफ़
Otteri Selvakumar
रामायण में हनुमान जी को संजीवनी बुटी लाते देख
रामायण में हनुमान जी को संजीवनी बुटी लाते देख
शेखर सिंह
अब किसे बरबाद करोगे gazal/ghazal By Vinit Singh Shayar
अब किसे बरबाद करोगे gazal/ghazal By Vinit Singh Shayar
Vinit kumar
"पड़ाव"
Dr. Kishan tandon kranti
पंछी और पेड़
पंछी और पेड़
नन्दलाल सुथार "राही"
(दम)
(दम)
महेश कुमार (हरियाणवी)
चन्द ख्वाब
चन्द ख्वाब
Kshma Urmila
त्यागकर अपने भ्रम ये सारे
त्यागकर अपने भ्रम ये सारे
Er. Sanjay Shrivastava
गुरु दीक्षा
गुरु दीक्षा
GOVIND UIKEY
मोक्ष
मोक्ष
Pratibha Pandey
■ याद रहे...
■ याद रहे...
*Author प्रणय प्रभात*
2601.पूर्णिका
2601.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
फितरत
फितरत
पूनम झा 'प्रथमा'
💐प्रेम कौतुक-249💐
💐प्रेम कौतुक-249💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सौदागर हूँ
सौदागर हूँ
Satish Srijan
मत पूछो मुझ पर  क्या , क्या  गुजर रही
मत पूछो मुझ पर क्या , क्या गुजर रही
श्याम सिंह बिष्ट
राम आधार हैं
राम आधार हैं
Mamta Rani
उमंग
उमंग
Akash Yadav
संस्कारधर्मी न्याय तुला पर
संस्कारधर्मी न्याय तुला पर
Dr MusafiR BaithA
न्याय तुला और इक्कीसवीं सदी
न्याय तुला और इक्कीसवीं सदी
आशा शैली
क्यूं हो शामिल ,प्यासों मैं हम भी //
क्यूं हो शामिल ,प्यासों मैं हम भी //
गुप्तरत्न
मत रो लाल
मत रो लाल
Shekhar Chandra Mitra
Jindagi ka kya bharosa,
Jindagi ka kya bharosa,
Sakshi Tripathi
कुछ अजीब से वाक्या मेरे संग हो रहे हैं
कुछ अजीब से वाक्या मेरे संग हो रहे हैं
Ajad Mandori
तालाश
तालाश
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कर बैठे कुछ और हम
कर बैठे कुछ और हम
Basant Bhagawan Roy
जीवन बूटी कौन सी
जीवन बूटी कौन सी
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कुछ हाथ भी ना आया
कुछ हाथ भी ना आया
Dalveer Singh
Loading...