Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Jan 2020 · 1 min read

शूरता में बोस जैसा वीर होना चाहिये

शूरता मैं बोस जैसा वीर होना चाहिये,
वीरता में हिंद जैसा धीर होना चाहिये।

फौज जो जापान से मिल कर फिरंगी से लड़ी,
घाटियों को पार कर सेना हमारी जो बढ़ी।
हे जवानों ! आज वह शमशीर होनी चाहिये,
वीरता में हिंद जैसा धीर होना चाहिये।
शूरता मैं बोस जैसा वीर…….

जब शहीदी सैनिकों तुम चोटियों पर जा चढ़े ,
तब पताका सैन्य वीरों उस जगह ही जा गड़े।
घाव दुश्मन को बहुत गंभीर होना चाहिये,
वीरता में हिंद जैसा धीर होना चाहिये।
शूरता मैं बोस जैसा वीर…….

हे जवानों !चोटियों पर दीप जलना चाहिये,
शूरवीरों !रणविजय का गीत लिखना चाहिये।
इस समर में आपको जयवीर होना चाहिये,
वीरता में हिंद जैसा धीर होना चाहिए।
शूरता मैं बोस जैसा वीर…….

डा प्रवीण कुमार श्रीवास्तव “प्रेम”
सीतापुर ,उ.प्र.

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Comment · 258 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
View all
You may also like:
अनंतनाग में शहीद हुए
अनंतनाग में शहीद हुए
Harminder Kaur
एक एक ख्वाहिशें आँख से
एक एक ख्वाहिशें आँख से
Namrata Sona
झुंड
झुंड
Rekha Drolia
হাজার বছরের আঁধার
হাজার বছরের আঁধার
Sakhawat Jisan
जिन्हें रोते-रोते
जिन्हें रोते-रोते
*Author प्रणय प्रभात*
Mohabbat
Mohabbat
AMBAR KUMAR
लोग हमसे ख़फा खफ़ा रहे
लोग हमसे ख़फा खफ़ा रहे
Surinder blackpen
“ जियो और जीने दो ”
“ जियो और जीने दो ”
DrLakshman Jha Parimal
एक समय बेकार पड़ा था
एक समय बेकार पड़ा था
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*राम भक्ति नवधा बतलाते (कुछ चौपाइयॉं)*
*राम भक्ति नवधा बतलाते (कुछ चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
आओ नमन करे
आओ नमन करे
Dr. Girish Chandra Agarwal
नजराना
नजराना
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
शीर्षक:जय जय महाकाल
शीर्षक:जय जय महाकाल
Dr Manju Saini
💐अज्ञात के प्रति-67💐
💐अज्ञात के प्रति-67💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मंज़िल का पता है न ज़माने की खबर है।
मंज़िल का पता है न ज़माने की खबर है।
Phool gufran
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - १)
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - १)
Kanchan Khanna
* सहारा चाहिए *
* सहारा चाहिए *
surenderpal vaidya
3193.*पूर्णिका*
3193.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
फिरौती
फिरौती
Shyam Sundar Subramanian
अमृत महोत्सव आजादी का
अमृत महोत्सव आजादी का
लक्ष्मी सिंह
आज़ाद भारत एक ऐसा जुमला है
आज़ाद भारत एक ऐसा जुमला है
SURYA PRAKASH SHARMA
तिरंगा
तिरंगा
Neeraj Agarwal
तेरे आँखों मे पढ़े है बहुत से पन्ने मैंने
तेरे आँखों मे पढ़े है बहुत से पन्ने मैंने
Rohit yadav
जब वक्त ने साथ छोड़ दिया...
जब वक्त ने साथ छोड़ दिया...
Ashish shukla
1-कैसे विष मज़हब का फैला, मानवता का ह्रास हुआ
1-कैसे विष मज़हब का फैला, मानवता का ह्रास हुआ
Ajay Kumar Vimal
आशियाना तुम्हारा
आशियाना तुम्हारा
Srishty Bansal
मेरी-तेरी पाती
मेरी-तेरी पाती
Ravi Ghayal
"खुशी मत मना"
Dr. Kishan tandon kranti
एक फूल
एक फूल
Anil "Aadarsh"
बूझो तो जानें (मुक्तक)
बूझो तो जानें (मुक्तक)
पंकज कुमार कर्ण
Loading...