शीर्षक: आओ मिलकर पेड़ लगाए
शीर्षक: आओ मिलकर पेड़ लगाए
आओ मिलकर पेड़ लगाए
स्वच्छ अपना परिवेश बनाएं
मिलकर सब पेड़ लगाएं
धरती माँ का मान बढाए
आज हुआ दूषित यह परिवेश ,
मिलकर हम सब स्वच्छ रहे परिवेश |
आओ मिलकर सब दें संदेश ,
पृथ्वी को श्रंगार दे अति विशेष।
स्वच्छ रहे हमारा परिवेश |
वातावरण को कभी न पहुँचे ठेस ,
सदैव स्वच्छ रहे बस हमारा परिवेश |
सबके लिए बने ये ही काम विशेष
आओ मिलकर अलख जगाएं
धरती माँ को आज सजाएं
पेड़ लगाकर दुल्हन सी बनाएं
मिलकर स्वच्छ परिवेश बनाएं
आने वाली पीढ़ी पर ध्यान लगाएं
उनको सोचकर पृथ्वी को हरी भरी बनाएं
अपनी अंतरात्मा को अब तो जगाएं
सोचो जल्दी कहीं देर ही न हो जाए
गंदगी को मिल दूर भगाएं
देश प्रेम का अब भाव जगाएं
भेद भाव को अब दूर भगाएं
स्वच्छ अपना परिवेश बनाएं।
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद
घोषणा:स्वरचित रचना