Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Sep 2020 · 2 min read

शीरो

अधखुले दरवाजे के पूरे पाट खुलते ही वो सड़क की ओर दौड़ पड़ा और खुले आकाश को देखने लगा जहां बादल दायें से बायें तीव्रता से एक दूसरे को रोंदते आगे बढ़ रहे थे वो काफी दिनों के बाद आज घर से बाहर निकला था अक्सर वो दरवाजे पर ही बैठा सामने दौड़ते कुत्तों पर भोंका करता था मैं बात सबके चहेते डाॅगी शीरो की कर रहा हूं गाड़ी के पिछले भाग से यकायक बड़े आकार व उम्र में बड़ा कुत्ता उसके सामने था शीरो घिघियाकर रह गया पर स्वयं को साबित करने के लिए भोंकता रहा दो पल में ही बड़े कुत्ते से सहम गया बड़ा कुत्ता पिछली बातों को स्मरण करते हुए उसे डांटता रहा झपटता रहा साले तुम हमेशा हमे देखकर मजे लेते हो आज सामने बोल तो अभी नोच खांऊ तुझे!
नहीं भाई ग़लती हो गयी मैं तो योंही बस! छोटा कुत्ता रुआंसा होकर,ना आज आर पार हो ही जाए मैंने तुझे बंद दरवाजों के सींखचों से पहले भी कई मर्तवा
समझाया पर तेरी मति मारी गयी जो मुझसे उलझता है मैंने मोहल्ले के बड़े बड़े
तुर्रमखां कुतों को धूल चटा दी मुझसे फिर उलेझेगा बता?बड़े कुत्ते की आंखों में
उत्साह और स्वयं को सिद्ध करने का यथासमय था पर छोटा कुत्ता बिलबिलाता रहा सहसा उसे किसी अन्य जाति के प्राणी की आहट व आवाज़ सुनी जिससे बड़े कुत्ते की आंखों में भय का संचार दौड पड़ा छोटा कुत्ता मौका देखकर भाग खड़ा हुआ और अधखुले दरवाजे से अंदर लपक आया पास ही खड़ी गाड़ी को कोई पीछे की तरफ मूव कर रहा था गाड़ी पीयुम पीयुम पीयुम टर्रररररररड पीयुम पीयुम पीयुम कर रही थी पर छोटे शीरो में अब तक जान आ चुकी थी आज उसे देखकर लगा उसे अपनी ग़लती का अहसास है योंही अहमक की भांति भौंक कर स्वयं को खतरे में डालने के समान है पर भाई उसमे उसकी ग़लती भी क्या है उसका धर्म ही भौंकना है किसी भी अपरिचित पर।आकाश में बादल घुमड़ चुके है लगता है एक बार फिर बरसात होगी शीरो फिर से अपनी जगह पर लौट चुका है और दरवाजों के सींखचों से जीव जानवरों निहार रहा है।

मनोज शर्मा

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 428 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Ishq - e - Ludo with barcelona Girl
Ishq - e - Ludo with barcelona Girl
Rj Anand Prajapati
"क्या देश आजाद है?"
Ekta chitrangini
*ये उन दिनो की बात है*
*ये उन दिनो की बात है*
Shashi kala vyas
मुख्तसर हयात है बाकी
मुख्तसर हयात है बाकी
shabina. Naaz
विचार ही हमारे वास्तविक सम्पत्ति
विचार ही हमारे वास्तविक सम्पत्ति
Ritu Asooja
अछूत....
अछूत....
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मनुज से कुत्ते कुछ अच्छे।
मनुज से कुत्ते कुछ अच्छे।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
बहू-बेटी
बहू-बेटी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
देखिए मायका चाहे अमीर हो या गरीब
देखिए मायका चाहे अमीर हो या गरीब
शेखर सिंह
नैन मटकका और कहीं मिलना जुलना और कहीं
नैन मटकका और कहीं मिलना जुलना और कहीं
Dushyant Kumar Patel
*रहेगा सर्वदा जीवन, सभी को एक यह भ्रम है (मुक्तक)*
*रहेगा सर्वदा जीवन, सभी को एक यह भ्रम है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
वंशवादी जहर फैला है हवा में
वंशवादी जहर फैला है हवा में
महेश चन्द्र त्रिपाठी
Anxiety fucking sucks.
Anxiety fucking sucks.
पूर्वार्थ
प्रकाश परब
प्रकाश परब
Acharya Rama Nand Mandal
अकेले मिलना कि भले नहीं मिलना।
अकेले मिलना कि भले नहीं मिलना।
डॉ० रोहित कौशिक
जब भी आपसे कोई व्यक्ति खफ़ा होता है तो इसका मतलब यह नहीं है
जब भी आपसे कोई व्यक्ति खफ़ा होता है तो इसका मतलब यह नहीं है
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मैं चल रहा था तन्हा अकेला
मैं चल रहा था तन्हा अकेला
..
बीमार समाज के मसीहा: डॉ अंबेडकर
बीमार समाज के मसीहा: डॉ अंबेडकर
Shekhar Chandra Mitra
तूफानों से लड़ना सीखो
तूफानों से लड़ना सीखो
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
घर आ जाओ अब महारानी (उपालंभ गीत)
घर आ जाओ अब महारानी (उपालंभ गीत)
दुष्यन्त 'बाबा'
ये अमलतास खुद में कुछ ख़ास!
ये अमलतास खुद में कुछ ख़ास!
Neelam Sharma
तेरी यादों को रखा है सजाकर दिल में कुछ ऐसे
तेरी यादों को रखा है सजाकर दिल में कुछ ऐसे
Shweta Soni
बरसात के दिन
बरसात के दिन
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
जब नयनों में उत्थान के प्रकाश की छटा साफ दर्शनीय हो, तो व्यर
जब नयनों में उत्थान के प्रकाश की छटा साफ दर्शनीय हो, तो व्यर
Sukoon
मानव जीवन की बन यह पहचान
मानव जीवन की बन यह पहचान
भरत कुमार सोलंकी
■ भारत और पाकिस्तान
■ भारत और पाकिस्तान
*Author प्रणय प्रभात*
एक अच्छी हीलर, उपचारक होती हैं स्त्रियां
एक अच्छी हीलर, उपचारक होती हैं स्त्रियां
Manu Vashistha
"काला पानी"
Dr. Kishan tandon kranti
💐प्रेम कौतुक-497💐
💐प्रेम कौतुक-497💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
देती है सबक़ ऐसे
देती है सबक़ ऐसे
Dr fauzia Naseem shad
Loading...