Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jan 2018 · 1 min read

शीत

अब तो शीत में भी शीत की ठंडक नहीं होती
सर्द लहरे हैं कुहरा है मौसम है वही सब कुछ
मगर फिर भी शीत में शीत सी ठंडक नहीं होती
हाँ गर्म कपड़ों कंबल की जरूरत तो पड़ती है,
मगर फिर भी शीत में शीत सी ठंडक नहीं होती
कहीं महगाई की गर्मी कहीं दंगाई की गर्मी
कहीं भूख के आग की गर्मी कहीं बेगारी की गर्मी
कहीं दमा टीवी की खाँसी में छू हो जाती ठंडी
अब तो शीत में भी शीत की ठंडक नहीं होती

Language: Hindi
2 Likes · 470 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*फागुन महीने का मधुर, उपहार है होली (मुक्तक)*
*फागुन महीने का मधुर, उपहार है होली (मुक्तक)*
Ravi Prakash
प्रदूषन
प्रदूषन
Bodhisatva kastooriya
"मेरी कलम से"
Dr. Kishan tandon kranti
उम्मीद
उम्मीद
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
खोखला वर्तमान
खोखला वर्तमान
Mahender Singh
कुपमंडुक
कुपमंडुक
Rajeev Dutta
रंजीत शुक्ल
रंजीत शुक्ल
Ranjeet Kumar Shukla
आवारा पंछी / लवकुश यादव
आवारा पंछी / लवकुश यादव "अज़ल"
लवकुश यादव "अज़ल"
दो शरारती गुड़िया
दो शरारती गुड़िया
Prabhudayal Raniwal
* जब लक्ष्य पर *
* जब लक्ष्य पर *
surenderpal vaidya
3212.*पूर्णिका*
3212.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
💐प्रेम कौतुक-506💐
💐प्रेम कौतुक-506💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
-- लगन --
-- लगन --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
ख़ास तो बहुत थे हम भी उसके लिए...
ख़ास तो बहुत थे हम भी उसके लिए...
Dr Manju Saini
महाकविः तुलसीदासः अवदत्, यशः, काव्यं, धनं च जीवने एव सार्थकं
महाकविः तुलसीदासः अवदत्, यशः, काव्यं, धनं च जीवने एव सार्थकं
AmanTv Editor In Chief
* straight words *
* straight words *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जीवन को जीतती हैं
जीवन को जीतती हैं
Dr fauzia Naseem shad
*देश का दर्द (मणिपुर से आहत)*
*देश का दर्द (मणिपुर से आहत)*
Dushyant Kumar
दुश्मन से भी यारी रख। मन में बातें प्यारी रख। दुख न पहुंचे लहजे से। इतनी जिम्मेदारी रख। ।
दुश्मन से भी यारी रख। मन में बातें प्यारी रख। दुख न पहुंचे लहजे से। इतनी जिम्मेदारी रख। ।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
सच तो हम और आप ,
सच तो हम और आप ,
Neeraj Agarwal
" मेरा रत्न "
Dr Meenu Poonia
हमेशा सच बोलने का इक तरीका यह भी है कि
हमेशा सच बोलने का इक तरीका यह भी है कि
Aarti sirsat
ब्यूटी विद ब्रेन
ब्यूटी विद ब्रेन
Shekhar Chandra Mitra
जिन्हें बुज़ुर्गों की बात
जिन्हें बुज़ुर्गों की बात
*Author प्रणय प्रभात*
काश
काश
लक्ष्मी सिंह
शिक्षा व्यवस्था
शिक्षा व्यवस्था
Anjana banda
गिरें पत्तों की परवाह कौन करें
गिरें पत्तों की परवाह कौन करें
Keshav kishor Kumar
*
*"प्रकृति की व्यथा"*
Shashi kala vyas
उसके किरदार की खुशबू की महक ज्यादा है
उसके किरदार की खुशबू की महक ज्यादा है
कवि दीपक बवेजा
"सुप्रभात"
Yogendra Chaturwedi
Loading...