Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jul 2017 · 1 min read

शिव शंकर भोले

गंगाधर, विषहर ,शिव, शंकर ,भोले
बम बम बम बम हर हर बम भोले
संग आपके मात गौरा विराजे
तीनो लोक में डमरु बाजे

प्रभु अविनाशी, कैलाशवासी
तुम ही हो प्रभु औघरदानी
तुम सा ना कोई तीनो लोक में दानी

हे विश्वनाथ, हे पशुपतिनाथ
तेरे चरणों में मेरो माथ
हम अबोध बालक हैं आपके
सर पर हमेशा रखना हाथ

शक्ति, बल ,बुद्धि आपके परिवार
जिन्हें पूजता सारा संसार

रीता यादव

Language: Hindi
Tag: गीत
358 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
छोटे-मोटे कामों और
छोटे-मोटे कामों और
*Author प्रणय प्रभात*
"संयम की रस्सी"
Dr. Kishan tandon kranti
क्वालिटी टाइम
क्वालिटी टाइम
Dr. Pradeep Kumar Sharma
" मुशाफिर हूँ "
Pushpraj Anant
भले उधार सही
भले उधार सही
Satish Srijan
मातृभाषा
मातृभाषा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
16, खुश रहना चाहिए
16, खुश रहना चाहिए
Dr Shweta sood
टॉम एंड जेरी
टॉम एंड जेरी
Vedha Singh
आकाश से आगे
आकाश से आगे
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
वो खूबसूरत है
वो खूबसूरत है
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
चांद सी चंचल चेहरा 🙏
चांद सी चंचल चेहरा 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*मकान (बाल कविता)*
*मकान (बाल कविता)*
Ravi Prakash
प्रणय 10
प्रणय 10
Ankita Patel
पिता है तो लगता परिवार है
पिता है तो लगता परिवार है
Ram Krishan Rastogi
2258.
2258.
Dr.Khedu Bharti
दिनांक:-२३.०२.२३.
दिनांक:-२३.०२.२३.
Pankaj sharma Tarun
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
#डॉअरुणकुमारशास्त्री
#डॉअरुणकुमारशास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
💐प्रेम कौतुक-223💐
💐प्रेम कौतुक-223💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दृष्टिकोण
दृष्टिकोण
Dhirendra Singh
अच्छाई ऐसी क्या है तुझमें
अच्छाई ऐसी क्या है तुझमें
gurudeenverma198
ना कोई हिन्दू गलत है,
ना कोई हिन्दू गलत है,
SPK Sachin Lodhi
तस्वीर देख कर सिहर उठा था मन, सत्य मरता रहा और झूठ मारता रहा…
तस्वीर देख कर सिहर उठा था मन, सत्य मरता रहा और झूठ मारता रहा…
Anand Kumar
अबला नारी
अबला नारी
Buddha Prakash
पार्थगाथा
पार्थगाथा
Vivek saswat Shukla
*नया साल*
*नया साल*
Dushyant Kumar
पग न अब पीछे मुड़ेंगे...
पग न अब पीछे मुड़ेंगे...
डॉ.सीमा अग्रवाल
खेल संग सगवारी पिचकारी
खेल संग सगवारी पिचकारी
Ranjeet kumar patre
तुम्हें तो फुर्सत मिलती ही नहीं है,
तुम्हें तो फुर्सत मिलती ही नहीं है,
Dr. Man Mohan Krishna
गुरुकुल स्थापित हों अगर,
गुरुकुल स्थापित हों अगर,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Loading...