Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jul 2017 · 1 min read

शिव भजन

सावन के प्रथम सोमवार को सभी शिव भक्तों को सादर…..!
// भजन //
***
कंकर -कंकर से मैं पूछूँ कहाँ मिलेंगे शंकर ।
कंकर-कंकर में शंकर है बोला कंकर-कंकर ।।

कौन गली कैलाश को जाती है वो कौन डगरिया ,
जहाँ मिलेंगे गौरी शंकर है वो कौन नगरिया ,
पत्ता-पत्ता बोला भोले बसते मन के अंदर ।
कंकर……………….।।1।।

तीन लोक के रखवारे का कोई पता बता दे ,
दर-दर डगर-डगर मैं भटकूँ कोई राह दिखा दे ,
माँटी बोली भोले का तो एक-एक कण मंदर ।
कंकर ……………..।।2।।

ओ गंगा के नीर ! नाथ की कैसी छवि लगती है ?
गौरी के सँग बाबा की कैसी जोड़ी सजती है ?
बोली गंगा नयन बंद कर दर्शन कर ले अंदर ।
कंकर………………।।3।

-महेश जैन ‘ज्योति’,
मथुरा ।
***

Language: Hindi
Tag: गीत
609 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahesh Jain 'Jyoti'
View all
You may also like:
मैं रात भर मैं बीमार थीऔर वो रातभर जागती रही
मैं रात भर मैं बीमार थीऔर वो रातभर जागती रही
Dr Manju Saini
ज़िदगी के फ़लसफ़े
ज़िदगी के फ़लसफ़े
Shyam Sundar Subramanian
वह मुझे चाहता बहुत तो था
वह मुझे चाहता बहुत तो था
Shweta Soni
मकर संक्रांति पर्व
मकर संक्रांति पर्व
Seema gupta,Alwar
हर सांस की गिनती तय है - रूख़सती का भी दिन पहले से है मुक़र्रर
हर सांस की गिनती तय है - रूख़सती का भी दिन पहले से है मुक़र्रर
Atul "Krishn"
फिर पर्दा क्यूँ है?
फिर पर्दा क्यूँ है?
Pratibha Pandey
हंसगति
हंसगति
डॉ.सीमा अग्रवाल
*भोग कर सब स्वर्ग-सुख, आना धरा पर फिर पड़ा (गीत)*
*भोग कर सब स्वर्ग-सुख, आना धरा पर फिर पड़ा (गीत)*
Ravi Prakash
जगमगाती चाँदनी है इस शहर में
जगमगाती चाँदनी है इस शहर में
Dr Archana Gupta
2978.*पूर्णिका*
2978.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हम मुहब्बत कर रहे थे
हम मुहब्बत कर रहे थे
shabina. Naaz
जय भोलेनाथ ।
जय भोलेनाथ ।
Anil Mishra Prahari
The OCD Psychologist
The OCD Psychologist
मोहित शर्मा ज़हन
Honesty ki very crucial step
Honesty ki very crucial step
Sakshi Tripathi
हर दुआ में
हर दुआ में
Dr fauzia Naseem shad
मुकद्दर
मुकद्दर
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
“तब्दीलियां” ग़ज़ल
“तब्दीलियां” ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
सामाजिक न्याय के प्रश्न
सामाजिक न्याय के प्रश्न
Shekhar Chandra Mitra
शिव-स्वरूप है मंगलकारी
शिव-स्वरूप है मंगलकारी
कवि रमेशराज
इस नदी की जवानी गिरवी है
इस नदी की जवानी गिरवी है
Sandeep Thakur
मेरे राम तेरे राम
मेरे राम तेरे राम
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
दिलों का हाल तु खूब समझता है
दिलों का हाल तु खूब समझता है
नूरफातिमा खातून नूरी
हनुमान जी वंदना ।। अंजनी सुत प्रभु, आप तो विशिष्ट हो ।।
हनुमान जी वंदना ।। अंजनी सुत प्रभु, आप तो विशिष्ट हो ।।
Kuldeep mishra (KD)
****वो जीवन मिले****
****वो जीवन मिले****
Kavita Chouhan
"साइंस ग्रुप के समान"
Dr. Kishan tandon kranti
अभिमानी सागर कहे, नदिया उसकी धार।
अभिमानी सागर कहे, नदिया उसकी धार।
Suryakant Dwivedi
सूरज दादा ड्यूटी पर
सूरज दादा ड्यूटी पर
डॉ. शिव लहरी
उस रात .....
उस रात .....
sushil sarna
ग़ज़ल/नज़्म - वजूद-ए-हुस्न को जानने की मैंने पूरी-पूरी तैयारी की
ग़ज़ल/नज़्म - वजूद-ए-हुस्न को जानने की मैंने पूरी-पूरी तैयारी की
अनिल कुमार
Loading...