Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Apr 2021 · 1 min read

शिक्षा के प्रति , बच्चों को गंभीर बनाना।

आज हम बच्चों को शिक्षा के प्रथम चरण से ही उन्हें शिक्षा के प्रति गंभीर बनाया जाये।साथ में मानव जीवन के तन का महत्व बताना भी शिक्षा में शामिल किया जाना चाहिए।
ताकि बच्चे भी समझें कि मानव का शरीर बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। लेकिन बहुत कम लोग ही इसकी महत्ता को समझ पाते हैं। और इस दुनिया से ही विदा ले लेते हैं। इसके लिए हमें बच्चों को अपने शरीर व शिक्षा के प्रति सजग रहने के लिए भी प्रेरित करना होगा। ताकि हमारे बच्चे सर्वोत्तम गुणी बन सके। अभी हम
अपने बच्चों को लापरवाह बनाने की आदत डालते हैं। क्योंकि हम उनकी सही देखभाल नहीं करते हैं। उन्हें अपनी मन मर्जी का
काम करने देते हैं।जितनी मेहनत हम अपने खाने कमाने में करते हैं।उतनी ही मेहनत हमें बच्चों के भविष्य को संवारने में करनी होगी। इसलिए पहले आपको जवाबदार बनना होगा।

Language: Hindi
Tag: लेख
1 Like · 2 Comments · 458 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*मन के मीत किधर है*
*मन के मीत किधर है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*आई गंगा स्वर्ग से, उतर हिमालय धाम (कुंडलिया)*
*आई गंगा स्वर्ग से, उतर हिमालय धाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
परिवर्तन
परिवर्तन
विनोद सिल्ला
कविका मान
कविका मान
Dr. Sunita Singh
समझ
समझ
Dinesh Kumar Gangwar
कभी किताब से गुज़रे
कभी किताब से गुज़रे
Ranjana Verma
जुल्फें तुम्हारी फ़िर से सवारना चाहता हूँ
जुल्फें तुम्हारी फ़िर से सवारना चाहता हूँ
The_dk_poetry
23/178.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/178.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
---- विश्वगुरु ----
---- विश्वगुरु ----
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
अंधे रेवड़ी बांटने में लगे
अंधे रेवड़ी बांटने में लगे
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
बचपन की यादों को यारो मत भुलना
बचपन की यादों को यारो मत भुलना
Ram Krishan Rastogi
इतनी उदासी और न पक्षियों का घनेरा
इतनी उदासी और न पक्षियों का घनेरा
Charu Mitra
बसंत का मौसम
बसंत का मौसम
Awadhesh Kumar Singh
कुछ लोग किरदार ऐसा लाजवाब रखते हैं।
कुछ लोग किरदार ऐसा लाजवाब रखते हैं।
Surinder blackpen
#ऐसी_कैसी_भूख?
#ऐसी_कैसी_भूख?
*Author प्रणय प्रभात*
विदाई गीत
विदाई गीत
Dr Archana Gupta
बढ़ती हुई समझ
बढ़ती हुई समझ
शेखर सिंह
*छंद--भुजंग प्रयात
*छंद--भुजंग प्रयात
Poonam gupta
किसान
किसान
Bodhisatva kastooriya
प्रेरणा
प्रेरणा
पूर्वार्थ
मित्र बनाने से पहले आप भली भाँति जाँच और परख लें ! आपके विचा
मित्र बनाने से पहले आप भली भाँति जाँच और परख लें ! आपके विचा
DrLakshman Jha Parimal
भारत
भारत
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
इश्क में हमसफ़र हों गवारा नहीं ।
इश्क में हमसफ़र हों गवारा नहीं ।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
भोले नाथ है हमारे,
भोले नाथ है हमारे,
manjula chauhan
Ab maine likhna band kar diya h,
Ab maine likhna band kar diya h,
Sakshi Tripathi
कातिल
कातिल
Gurdeep Saggu
ओ परबत  के मूल निवासी
ओ परबत के मूल निवासी
AJAY AMITABH SUMAN
आज फिर हाथों में गुलाल रह गया
आज फिर हाथों में गुलाल रह गया
Rekha khichi
वसंत के दोहे।
वसंत के दोहे।
Anil Mishra Prahari
ये जो उच्च पद के अधिकारी है,
ये जो उच्च पद के अधिकारी है,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
Loading...