Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Sep 2020 · 1 min read

शिक्षक

भूले नहीं
भूलाये जाते
ये फरिश्ते
तराशते हैं
देते हैं
मूरत रूप ये
जन्म देती माँ
पिता दिखाता है
दुनियाँ
भविष्य बनाते हैं
ये शिक्षक
हैं आर्दश
मार्गदर्शक
हमारे
हैं हम
आभारी इनके
रहेंगे ॠणी
जीवनभर इनके

स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 246 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गाथा हिन्दी की
गाथा हिन्दी की
Tarun Singh Pawar
कितना रोका था ख़ुद को
कितना रोका था ख़ुद को
हिमांशु Kulshrestha
कीजै अनदेखा अहम,
कीजै अनदेखा अहम,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
"अगर"
Dr. Kishan tandon kranti
सोई गहरी नींदों में
सोई गहरी नींदों में
Anju ( Ojhal )
त्योहार
त्योहार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तू जाएगा मुझे छोड़ कर तो ये दर्द सह भी लेगे
तू जाएगा मुझे छोड़ कर तो ये दर्द सह भी लेगे
कृष्णकांत गुर्जर
अध्यात्म का शंखनाद
अध्यात्म का शंखनाद
Dr.Pratibha Prakash
।। जीवन प्रयोग मात्र ।।
।। जीवन प्रयोग मात्र ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
23/78.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/78.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ऐसे कैसे छोड़ कर जा सकता है,
ऐसे कैसे छोड़ कर जा सकता है,
Buddha Prakash
मुराद
मुराद
Mamta Singh Devaa
25)”हिन्दी भाषा”
25)”हिन्दी भाषा”
Sapna Arora
जिन्दगी की यात्रा में हम सब का,
जिन्दगी की यात्रा में हम सब का,
नेताम आर सी
आपात स्थिति में रक्तदान के लिए आमंत्रण देने हेतु सोशल मीडिया
आपात स्थिति में रक्तदान के लिए आमंत्रण देने हेतु सोशल मीडिया
*Author प्रणय प्रभात*
दिगपाल छंद{मृदुगति छंद ),एवं दिग्वधू छंद
दिगपाल छंद{मृदुगति छंद ),एवं दिग्वधू छंद
Subhash Singhai
पेटी वाला बर्फ( बाल कविता)
पेटी वाला बर्फ( बाल कविता)
Ravi Prakash
यह तो आदत है मेरी
यह तो आदत है मेरी
gurudeenverma198
चुनिंदा अश'आर
चुनिंदा अश'आर
Dr fauzia Naseem shad
बसंती बहार
बसंती बहार
Er. Sanjay Shrivastava
बाल विवाह
बाल विवाह
Mamta Rani
नदियां जो सागर में जाती उस पाणी की बात करो।
नदियां जो सागर में जाती उस पाणी की बात करो।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
अक्सर लोगों को बड़ी तेजी से आगे बढ़ते देखा है मगर समय और किस्म
अक्सर लोगों को बड़ी तेजी से आगे बढ़ते देखा है मगर समय और किस्म
Radhakishan R. Mundhra
दिन भर जाने कहाँ वो जाता
दिन भर जाने कहाँ वो जाता
डॉ.सीमा अग्रवाल
हिंदी दिवस पर हर बोली भाषा को मेरा नमस्कार
हिंदी दिवस पर हर बोली भाषा को मेरा नमस्कार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
सोदा जब गुरू करते है तब बडे विध्वंस होते है
सोदा जब गुरू करते है तब बडे विध्वंस होते है
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
करो तारीफ़ खुलकर तुम लगे दम बात में जिसकी
करो तारीफ़ खुलकर तुम लगे दम बात में जिसकी
आर.एस. 'प्रीतम'
"मौत से क्या डरना "
Yogendra Chaturwedi
💐प्रेम कौतुक-487💐
💐प्रेम कौतुक-487💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
11, मेरा वजूद
11, मेरा वजूद
Dr Shweta sood
Loading...