Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Oct 2019 · 2 min read

शिकायत बापू से

राष्ट्रपिता तेरे घरों मे, अब जलती हैं मानवता,
जिस भारत के लिए, तुने बलिदान दिया,
वह भुल गया तेरी राह,
वह भुल गया अहिंसा,
तेरे अन्नदाता को,कुबेरों ने कुचल दिया,
कुछ को उन्होंने हटाया,कुछ अपने ही अपना जीवन छोड़ चले,
तेरे उस गिता के भाषा, आधुनिक भारत छोड़ चले,
अपनो ने ही अपनों को मृत्यु के मूख मोड़ चले,
राजनेताओं के बात हि क्या, याद आए सिर्फ तुम एक घडी,
तस्वीर तो तेरे हर जगह ,पर,
तेरे ज्ञानों को वह फेंक चले,
तेरे भारत में बापू, काबिलियत से धन बडा,
अमीरों की कमी नहीं, पर कोई गरीब अमीर ना बन सका,
पाठ करते हैं सभी, समाज हो ना छुआछुत,
वर्णों के हुए खत्म पर मजदूर सेठ मे बढ़ गया रोग,
आरक्षण कि भाषा जो था बना देने उन गरीबों को न्याय,
वह आरक्षण अब बन गया राजनेताओं की चाय,
तेरे ईस भारत में बापू , देवियों का हैं बुरा हाल,
रक्षा करने राक्षस आऐ, मारे गये सब देव बेहाल(the person who himself is criminal ,he is going to protect the women not by giving protection to her but also killing the real protectors,what a rubbish joke)
तेरे इस भारत मे बापू हो रहे अत्याचार,
एक,दो कि बात नहीं सभी यहां गुनेहगार,
छोड़ चले अपने संस्कृति को ले कर हाथों मे तलवार,
मर्यादा कि बात क्या, जननी को भी किया बेघर,
राम नहीं रावण राज करते यहां,
इन सत्तर सालों मे जनता को कर बेघर,
अपने कुटिया को आलिशान महल बनाया,
सत्य पर चल कर जो करें विरोध,
उन्हें अपने राह से दूर भगाया

A picture of modern india,sorry if any one gets hurt

Language: Hindi
1 Like · 228 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ताक पर रखकर अंतर की व्यथाएँ,
ताक पर रखकर अंतर की व्यथाएँ,
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
*इन तीन पर कायम रहो*
*इन तीन पर कायम रहो*
Dushyant Kumar
"गुजारिश"
Dr. Kishan tandon kranti
जीवनसाथी
जीवनसाथी
Rajni kapoor
जब तक मन इजाजत देता नहीं
जब तक मन इजाजत देता नहीं
ruby kumari
ମୁଁ ତୁମକୁ ଭଲପାଏ
ମୁଁ ତୁମକୁ ଭଲପାଏ
Otteri Selvakumar
** मुक्तक **
** मुक्तक **
surenderpal vaidya
Stop getting distracted by things that have nothing to do wi
Stop getting distracted by things that have nothing to do wi
पूर्वार्थ
परिवार
परिवार
नवीन जोशी 'नवल'
बह रही थी जो हवा
बह रही थी जो हवा
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
*राज दिल के वो हम से छिपाते रहे*
*राज दिल के वो हम से छिपाते रहे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सियासत में आकर।
सियासत में आकर।
Taj Mohammad
कोशिश कम न थी मुझे गिराने की,
कोशिश कम न थी मुझे गिराने की,
Vindhya Prakash Mishra
💐प्रेम कौतुक-290💐
💐प्रेम कौतुक-290💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
पर दारू तुम ना छोड़े
पर दारू तुम ना छोड़े
Mukesh Srivastava
পছন্দের ঘাটশিলা স্টেশন
পছন্দের ঘাটশিলা স্টেশন
Arghyadeep Chakraborty
23/57.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/57.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गिरोहबंदी ...
गिरोहबंदी ...
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
■ कौटिश नमन् : गुरु चरण में...!
■ कौटिश नमन् : गुरु चरण में...!
*Author प्रणय प्रभात*
वैसे जीवन के अगले पल की कोई गारन्टी नही है
वैसे जीवन के अगले पल की कोई गारन्टी नही है
शेखर सिंह
Success is not final
Success is not final
Swati
चलो चलें बौद्ध धम्म में।
चलो चलें बौद्ध धम्म में।
Buddha Prakash
प्रकृति और तुम
प्रकृति और तुम
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
पुरुष अधूरा नारी बिन है, बिना पुरुष के नारी जग में,
पुरुष अधूरा नारी बिन है, बिना पुरुष के नारी जग में,
Arvind trivedi
ज़िंदगी से शिकायत
ज़िंदगी से शिकायत
Dr fauzia Naseem shad
आज इंसान के चेहरे पर चेहरे,
आज इंसान के चेहरे पर चेहरे,
Neeraj Agarwal
जिम्मेदारी कौन तय करेगा
जिम्मेदारी कौन तय करेगा
Mahender Singh
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बच्चा सिर्फ बच्चा होता है
बच्चा सिर्फ बच्चा होता है
Dr. Pradeep Kumar Sharma
दुनिया इश्क की दरिया में बह गई
दुनिया इश्क की दरिया में बह गई
प्रेमदास वसु सुरेखा
Loading...