Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Mar 2018 · 1 min read

शहीद

वीर शिवाजी की गाथाएं
अब भी याद जुबानी है
अब भी है आजाद भगत सिंह
लक्ष्मीबाई रानी है
जो राणा प्रताप की भूमी
साहस कौशल दिखलाया
पुरू ने जिस भूमी पर पोरस
को उसका औकात दिखाया
ये वो भारत भूमी है जहाँ
बुद्ध है और युद्ध भी है
विश्व विजेता जहाँ सिकन्दर
ने भी अपना शीश झुकाया
राजगुरु सुखदेव भगत सिंह
आन पे हम मिट जायेंगे
ना करना चिंता इस बात की
हम अपना शीश झुकाएँगे

Language: Hindi
199 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सोच
सोच
Sûrëkhâ Rãthí
विनती मेरी माँ
विनती मेरी माँ
Basant Bhagawan Roy
इंसान VS महान
इंसान VS महान
Dr MusafiR BaithA
हर कोई जिंदगी में अब्बल होने की होड़ में भाग रहा है
हर कोई जिंदगी में अब्बल होने की होड़ में भाग रहा है
कवि दीपक बवेजा
प्यार समंदर
प्यार समंदर
Ramswaroop Dinkar
मायापुर यात्रा की झलक
मायापुर यात्रा की झलक
Pooja Singh
गुरु माया का कमाल
गुरु माया का कमाल
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सद्ज्ञानमय प्रकाश फैलाना हमारी शान है।
सद्ज्ञानमय प्रकाश फैलाना हमारी शान है।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ/ दैनिक रिपोर्ट*
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ/ दैनिक रिपोर्ट*
Ravi Prakash
नीरोगी काया
नीरोगी काया
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
रामावतार रामायणसार 🙏🙏
रामावतार रामायणसार 🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
नफरत थी तुम्हें हमसे
नफरत थी तुम्हें हमसे
Swami Ganganiya
मैं भारत हूं (काव्य)
मैं भारत हूं (काव्य)
AMRESH KUMAR VERMA
हे राम !
हे राम !
Ghanshyam Poddar
हर वो दिन खुशी का दिन है
हर वो दिन खुशी का दिन है
shabina. Naaz
--जो फेमस होता है, वो रूखसत हो जाता है --
--जो फेमस होता है, वो रूखसत हो जाता है --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
सफ़र
सफ़र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
एक काफ़िर की दुआ
एक काफ़िर की दुआ
Shekhar Chandra Mitra
शंकर हुआ हूँ (ग़ज़ल)
शंकर हुआ हूँ (ग़ज़ल)
Rahul Smit
3096.*पूर्णिका*
3096.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शमा से...!!!
शमा से...!!!
Kanchan Khanna
हो तेरी ज़िद
हो तेरी ज़िद
Dr fauzia Naseem shad
कोई दर ना हीं ठिकाना होगा
कोई दर ना हीं ठिकाना होगा
Shweta Soni
■ आज का शेर
■ आज का शेर
*Author प्रणय प्रभात*
ज्यों ही धरती हो जाती है माता
ज्यों ही धरती हो जाती है माता
ruby kumari
You do NOT need to take big risks to be successful.
You do NOT need to take big risks to be successful.
पूर्वार्थ
बहुत दिनों से सोचा था, जाएंगे पुस्तक मेले में।
बहुत दिनों से सोचा था, जाएंगे पुस्तक मेले में।
सत्य कुमार प्रेमी
उत्तम देह
उत्तम देह
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"सोचता हूँ"
Dr. Kishan tandon kranti
*बताओं जरा (मुक्तक)*
*बताओं जरा (मुक्तक)*
Rituraj shivem verma
Loading...