शहीद
वीर शिवाजी की गाथाएं
अब भी याद जुबानी है
अब भी है आजाद भगत सिंह
लक्ष्मीबाई रानी है
जो राणा प्रताप की भूमी
साहस कौशल दिखलाया
पुरू ने जिस भूमी पर पोरस
को उसका औकात दिखाया
ये वो भारत भूमी है जहाँ
बुद्ध है और युद्ध भी है
विश्व विजेता जहाँ सिकन्दर
ने भी अपना शीश झुकाया
राजगुरु सुखदेव भगत सिंह
आन पे हम मिट जायेंगे
ना करना चिंता इस बात की
हम अपना शीश झुकाएँगे