Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Feb 2019 · 1 min read

शहीदों के सम्मान पर भी सियासत –आर के रस्तोगी

करने लगे है सियासत,अब तो शहीदों के सम्मान पर
देश के नेता क्यों चुप है ,शहीदों के इस अपमान पर

सेकते है राजनैतिक रोटिया, केवल सत्ता पाने के लिये
जाते है शहीदों के घर,केवल जनता को दिखने के लिये

बनाते थे परिवार मेमोरियल,जनता पर रोब जमाने के लिये
अब वार मेमोरियल बनाया है, शहीदों के सम्मान के लिये

दिखा दिया है जौहर वायु सेना ने पुलवामा का बदला ले लिया
मार दिए है 300 आंतकवादी,उनके केम्पो को ठिकाने लगा दिया

चारो तरफ है ख़ुशी की लहर,अब पाक नहीं बोल पायेगा
करेगा अगर युद्ध वह,अबकी बार दस बार अक्ल लगायेगा

दिखा दिया है 56″ का सीना,पाक की बोलती बन्द हो गयी
कैसे छिपाये,कहाँ छिपाये अब पाक की नई मुसीबत हो गयी

आरे के रस्तोगी

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 350 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ram Krishan Rastogi
View all
You may also like:
3128.*पूर्णिका*
3128.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सफर है! रात आएगी
सफर है! रात आएगी
Saransh Singh 'Priyam'
हो गया तुझसे, मुझे प्यार खुदा जाने क्यों।
हो गया तुझसे, मुझे प्यार खुदा जाने क्यों।
सत्य कुमार प्रेमी
जिस दिन कविता से लोगों के,
जिस दिन कविता से लोगों के,
जगदीश शर्मा सहज
बीमार समाज के मसीहा: डॉ अंबेडकर
बीमार समाज के मसीहा: डॉ अंबेडकर
Shekhar Chandra Mitra
अबला नारी
अबला नारी
Neeraj Agarwal
kab miloge piya - Desert Fellow Rakesh Yadav ( कब मिलोगे पिया )
kab miloge piya - Desert Fellow Rakesh Yadav ( कब मिलोगे पिया )
Desert fellow Rakesh
प्यार समंदर
प्यार समंदर
Ramswaroop Dinkar
Bundeli Doha-Anmane
Bundeli Doha-Anmane
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
ज़िन्दगी तुमको ढूंढ ही लेगी
ज़िन्दगी तुमको ढूंढ ही लेगी
Dr fauzia Naseem shad
इन्सानियत
इन्सानियत
Bodhisatva kastooriya
बाल कविता: चूहे की शादी
बाल कविता: चूहे की शादी
Rajesh Kumar Arjun
नियति
नियति
Shyam Sundar Subramanian
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
सॉप और इंसान
सॉप और इंसान
Prakash Chandra
दादाजी (कुंडलिया)
दादाजी (कुंडलिया)
Ravi Prakash
*नींद आँखों में  ख़ास आती नहीं*
*नींद आँखों में ख़ास आती नहीं*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Choose yourself in every situation .
Choose yourself in every situation .
Sakshi Tripathi
आओ तो सही,भले ही दिल तोड कर चले जाना
आओ तो सही,भले ही दिल तोड कर चले जाना
Ram Krishan Rastogi
प्रेम की डोर सदैव नैतिकता की डोर से बंधती है और नैतिकता सत्क
प्रेम की डोर सदैव नैतिकता की डोर से बंधती है और नैतिकता सत्क
Sanjay ' शून्य'
💐प्रेम कौतुक-349💐
💐प्रेम कौतुक-349💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कोरोना काल
कोरोना काल
Sandeep Pande
"ज़िन्दगी जो दे रही
Saraswati Bajpai
पर्यावरण
पर्यावरण
नवीन जोशी 'नवल'
#छोटी_सी_नज़्म
#छोटी_सी_नज़्म
*Author प्रणय प्रभात*
"लोभ"
Dr. Kishan tandon kranti
आज तुझे देख के मेरा बहम टूट गया
आज तुझे देख के मेरा बहम टूट गया
Kumar lalit
*खामोशी अब लब्ज़ चाहती है*
*खामोशी अब लब्ज़ चाहती है*
Shashi kala vyas
सारंग-कुंडलियाँ की समीक्षा
सारंग-कुंडलियाँ की समीक्षा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
* राष्ट्रभाषा हिन्दी *
* राष्ट्रभाषा हिन्दी *
surenderpal vaidya
Loading...