शराब
बीमारी के डर से क्या कोई,
जीना थोड़ी ना छोड़ देता हैँ //
और मरने के डर से क्या कोई,
पीना थोड़ी ना छोड़ देता हैँ //
घर की हिटलर से डरके,
भले एक दिन ना पिये //
पर क्या कोई शराबी…..
मयखाने की ओर,जाना थोड़ी ना छोड़ देता हैँ //
बीमारी के डर से क्या कोई,
जीना थोड़ी ना छोड़ देता हैँ //
और मरने के डर से क्या कोई,
पीना थोड़ी ना छोड़ देता हैँ //
घर की हिटलर से डरके,
भले एक दिन ना पिये //
पर क्या कोई शराबी…..
मयखाने की ओर,जाना थोड़ी ना छोड़ देता हैँ //