Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Aug 2016 · 1 min read

वो ग़ाफ़िल को ताने सुनाने चले हैं

बताओ जी क्या क्या बनाने चले हैं
अदब के जो याँ कारख़ाने चले हैं

जो हों कानफाड़ू जँचें बस नज़र को
अब ऐसी ही ख़ूबी के गाने चले हैं

न जिनको हुनर है बजाने का ढोलक
सितम है वो हमको नचाने चले हैं

जब आने लगी दिल से बदबू तो देखो
जनाब आज उसको लुटाने चले हैं

चले तो सही तीर नज़रों के उनके
भले मेरे दिल के बहाने चले हैं

नहीं रेंगता जूँ है कानों पे जिनके
वो ग़ाफ़िल को ताने सुनाने चले हैं

-‘ग़ाफ़िल’

253 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*माला फूलों की मधुर, फूलों का श्रंगार (कुंडलिया)*
*माला फूलों की मधुर, फूलों का श्रंगार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
2650.पूर्णिका
2650.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
चाय की घूंट और तुम्हारी गली
चाय की घूंट और तुम्हारी गली
Aman Kumar Holy
मौन तपधारी तपाधिन सा लगता है।
मौन तपधारी तपाधिन सा लगता है।
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
श्री रामलला
श्री रामलला
Tarun Singh Pawar
The Saga Of That Unforgettable Pain
The Saga Of That Unforgettable Pain
Manisha Manjari
कमियाॅं अपनों में नहीं
कमियाॅं अपनों में नहीं
Harminder Kaur
मैं सोचता हूँ कि आखिर कौन हूँ मैं
मैं सोचता हूँ कि आखिर कौन हूँ मैं
VINOD CHAUHAN
जिसनें जैसा चाहा वैसा अफसाना बना दिया
जिसनें जैसा चाहा वैसा अफसाना बना दिया
Sonu sugandh
दोहे-
दोहे-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
अजीब बात है
अजीब बात है
umesh mehra
स्वाधीनता संग्राम
स्वाधीनता संग्राम
Prakash Chandra
सावन तब आया
सावन तब आया
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मन मुकुर
मन मुकुर
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
नदी
नदी
Kumar Kalhans
हर एक चोट को दिल में संभाल रखा है ।
हर एक चोट को दिल में संभाल रखा है ।
Phool gufran
श्रीराम मंगल गीत।
श्रीराम मंगल गीत।
Acharya Rama Nand Mandal
वह जो रुखसत हो गई
वह जो रुखसत हो गई
श्याम सिंह बिष्ट
'शत्रुता' स्वतः खत्म होने की फितरत रखती है अगर उसे पाला ना ज
'शत्रुता' स्वतः खत्म होने की फितरत रखती है अगर उसे पाला ना ज
satish rathore
दाढ़ी-मूँछ धारी विशिष्ट देवता हैं विश्वकर्मा और ब्रह्मा
दाढ़ी-मूँछ धारी विशिष्ट देवता हैं विश्वकर्मा और ब्रह्मा
Dr MusafiR BaithA
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
"घोषणा"
Dr. Kishan tandon kranti
We Mature With
We Mature With
पूर्वार्थ
ओ माँ मेरी लाज रखो
ओ माँ मेरी लाज रखो
Basant Bhagawan Roy
सुनो तुम
सुनो तुम
Sangeeta Beniwal
चाँद  भी  खूबसूरत
चाँद भी खूबसूरत
shabina. Naaz
मनुख
मनुख
श्रीहर्ष आचार्य
कभी कभी पागल होना भी
कभी कभी पागल होना भी
Vandana maurya
#दोहा...
#दोहा...
*Author प्रणय प्रभात*
कर ही बैठे हैं हम खता देखो
कर ही बैठे हैं हम खता देखो
Dr Archana Gupta
Loading...