Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Feb 2021 · 1 min read

वो हाथ

वो हाथ

कस कर पकड़ा
फिर भी
इन हाथों से
यूं फिसल गया
वो हाथ

जैसे इस हाथ का
कभी कोई तालुकात
नहीं रहा
उस हाथ से

अनजान हैं आज
दोनों हाथ
एक-दूसरे से

दोनों हाथों ने थाम लिए
अन्य दो-दो हाथ
सदा के लिए

-विनोद सिल्ला

Language: Hindi
1 Like · 190 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
काँच और पत्थर
काँच और पत्थर
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
औरत की नजर
औरत की नजर
Annu Gurjar
पेड़ नहीं, बुराइयां जलाएं
पेड़ नहीं, बुराइयां जलाएं
अरशद रसूल बदायूंनी
गरूर मंजिलों का जब खट्टा पड़ गया
गरूर मंजिलों का जब खट्टा पड़ गया
कवि दीपक बवेजा
श्रीराम पे बलिहारी
श्रीराम पे बलिहारी
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
शब्द मधुर उत्तम  वाणी
शब्द मधुर उत्तम वाणी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
स्वयंभू
स्वयंभू
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
कविता: सजना है साजन के लिए
कविता: सजना है साजन के लिए
Rajesh Kumar Arjun
*देव हमें दो शक्ति नहीं ज्वर, हमें हराने पाऍं (हिंदी गजल)*
*देव हमें दो शक्ति नहीं ज्वर, हमें हराने पाऍं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
इश्क़ में
इश्क़ में
हिमांशु Kulshrestha
सावन में घिर घिर घटाएं,
सावन में घिर घिर घटाएं,
Seema gupta,Alwar
तुमसे मैं प्यार करता हूँ
तुमसे मैं प्यार करता हूँ
gurudeenverma198
स्वाभिमान
स्वाभिमान
Shweta Soni
छोड दो उनको उन के हाल पे.......अब
छोड दो उनको उन के हाल पे.......अब
shabina. Naaz
रूप से कह दो की देखें दूसरों का घर,
रूप से कह दो की देखें दूसरों का घर,
पूर्वार्थ
सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
MEENU
23/113.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/113.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पिटूनिया
पिटूनिया
अनिल मिश्र
मां आई
मां आई
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
शमा से...!!!
शमा से...!!!
Kanchan Khanna
जय भगतसिंह
जय भगतसिंह
Shekhar Chandra Mitra
****शीतल प्रभा****
****शीतल प्रभा****
Kavita Chouhan
बेटी
बेटी
Neeraj Agarwal
💐Prodigy Love-34💐
💐Prodigy Love-34💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
फेसबुक पर सक्रिय रहितो अनजान हम बनल रहैत छी ! आहाँ बधाई शुभक
फेसबुक पर सक्रिय रहितो अनजान हम बनल रहैत छी ! आहाँ बधाई शुभक
DrLakshman Jha Parimal
पिछले पन्ने 10
पिछले पन्ने 10
Paras Nath Jha
हर सीज़न की
हर सीज़न की
*Author प्रणय प्रभात*
कभी फौजी भाइयों पर दुश्मनों के
कभी फौजी भाइयों पर दुश्मनों के
ओनिका सेतिया 'अनु '
गुरू द्वारा प्राप्त ज्ञान के अनुसार जीना ही वास्तविक गुरू दक
गुरू द्वारा प्राप्त ज्ञान के अनुसार जीना ही वास्तविक गुरू दक
SHASHANK TRIVEDI
Loading...