Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Sep 2019 · 1 min read

“वो शख़्स”

पल मेँ सदियों का,कोई यूँ हिसाब कर देगा,
मुझको बेताब, रुख़े-माहताब कर देगा।

ज़हन में अब भी हैं, ताज़ा, शरारतें उसकी,
अपनी हरकत से,मुझे दिल-ए-शाद कर देगा।

भूल बैठा हूँ, कई ग़लतियों को मैँ अपनी,
कुछ पशेमाँ हूँ, मुझे आबो-आब कर देगा।

नज़रे-दहराँ मेँ भले, वो है गुनहगार मगर,
दिखा के आइना, वो शर्मसार कर देगा।

अभी ताज़ा है ज़हन मेरे, तबस्सुम उसका,
सुना के दास्ताँ, वो दीदे-आब कर देगा।

राब्ते कितने सँजोये हैं, दौर-ए-फ़ुरक़त,
कितने रिश्तों को, पल में तार-तार कर देगा।

याद है अब भी मुझे, हुनरे-गुफ़्तगू उसका,
आँखों-आँखों मेँ ही,वो दिल की बात कह देगा।

भले है इन्तज़ार, सहरो-शब,मुझे उसका,
आके यकबारगी, वो बेज़ुबान कर देगा।

अश्क़े-सैलाबे-रवाँ-तूल-ए-हिजराँ “आशा”,
मिल के इक शख़्स, मुझे लाजवाब कर देगा..!

बेताब # अधीर, impatient
रुख़े-माहताब # चाँद सा ख़ूबसूरत चेहरा,a face,as beautiful as moon
दिल-ए-शाद # हृदय से प्रसन्न, cheerful by heart
पशेमाँ # लज्जित, embarrassed
आबो-आब # पानी-पानी, ashamed
नज़रे-दहराँ # सँसार की दृष्टि में,in the eyes of world
तबस्सुम # मनमोहक मुस्कान,pleasant smile
दीदे-आब # आँखों मेँ आँसू आ जाना,tear laden eyes
राब्ते # सम्बन्ध,relationships
दौर-ए-फ़ुरक़त # वियोग-काल मेँ, during period of separation
हुनरे-गुफ़्तगू # वाक्पटुता,tact of conversation
सहरो-शब # दिन-रात,day and night,everytime
यकबारगी # अकस्मात,all of a sudden
अश्क़े-सैलाबे-रवाँ # आँसुओं की बाढ़ आ जाना, flood of tears
तूल-ए-हिजराँ # लम्बे वियोग मेँ,a long period of separation

By-

Dr asha kumar rastogi
M.D.(Medicine),DTCD Ex.Senior Consultant Physician,district hospital, Moradabad. Presently working as Consultant Physician and Cardiologist,sri Dwarika hospital,near sbi Muhamdi,dist Lakhimpur kheri(U.P.)262804
Mob 9415559964

18 Likes · 17 Comments · 1008 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
View all
You may also like:
गणतंत्र दिवस
गणतंत्र दिवस
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
पारो
पारो
Acharya Rama Nand Mandal
मात खा जाएगा बेटा!
मात खा जाएगा बेटा!
*Author प्रणय प्रभात*
Ye chad adhura lagta hai,
Ye chad adhura lagta hai,
Sakshi Tripathi
सदा के लिए
सदा के लिए
Saraswati Bajpai
वो सपने सलोने, वो हंसी के फुहारे। वो गेसुओं का झटकना
वो सपने सलोने, वो हंसी के फुहारे। वो गेसुओं का झटकना
सुशील कुमार सिंह "प्रभात"
तांका
तांका
Ajay Chakwate *अजेय*
ओस की बूंद
ओस की बूंद
RAKESH RAKESH
अजी क्षमा हम तो अत्याधुनिक हो गये है
अजी क्षमा हम तो अत्याधुनिक हो गये है
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
शुभह उठता रात में सोता था, कम कमाता चेन से रहता था
शुभह उठता रात में सोता था, कम कमाता चेन से रहता था
Anil chobisa
तलाश है।
तलाश है।
नेताम आर सी
जितनी मेहनत
जितनी मेहनत
Shweta Soni
खिचड़ी,तिल अरु वस्त्र का, करो हृदय से दान
खिचड़ी,तिल अरु वस्त्र का, करो हृदय से दान
Dr Archana Gupta
अजनबी जैसा हमसे
अजनबी जैसा हमसे
Dr fauzia Naseem shad
हर बार धोखे से धोखे के लिये हम तैयार है
हर बार धोखे से धोखे के लिये हम तैयार है
manisha
" बिछड़े हुए प्यार की कहानी"
Pushpraj Anant
तेरे बाद
तेरे बाद
Surinder blackpen
They say,
They say, "Being in a relationship distracts you from your c
पूर्वार्थ
दिखती है हर दिशा में वो छवि तुम्हारी है
दिखती है हर दिशा में वो छवि तुम्हारी है
Er. Sanjay Shrivastava
कहाॅं तुम पौन हो।
कहाॅं तुम पौन हो।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
प्रकृति का प्रकोप
प्रकृति का प्रकोप
Kanchan verma
कम साधन में साधते, बड़े-बड़े जो काज।
कम साधन में साधते, बड़े-बड़े जो काज।
डॉ.सीमा अग्रवाल
*राम-अयोध्या-सरयू का जल, भारत की पहचान हैं (गीत)*
*राम-अयोध्या-सरयू का जल, भारत की पहचान हैं (गीत)*
Ravi Prakash
*┄┅════❁ 卐ॐ卐 ❁════┅┄​*
*┄┅════❁ 卐ॐ卐 ❁════┅┄​*
Satyaveer vaishnav
ममता
ममता
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तुम्हें
तुम्हें
Dr.Pratibha Prakash
2989.*पूर्णिका*
2989.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"कहाँ छुपोगे?"
Dr. Kishan tandon kranti
"दो पल की जिंदगी"
Yogendra Chaturwedi
जाने क्यूं मुझ पर से
जाने क्यूं मुझ पर से
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
Loading...