Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 May 2018 · 1 min read

वो ठेलावाला

वो ठेलावाला
(हाइकु कविता)
✍मनीभाई”नवरत्न”
१८ मई १८ ई
°°°°°°°°°°°°°°°°°
कड़ी धुप में~
सर टोपी पहना
वो ठेलावाला।

बर्फ का गोला~
बड़ा ही भोलाभाला
वो ठेलावाला।

बच्चे दौड़ते~
करे पौं पौं आवाज
वो ठेलावाला।

सुनी है राहें~
फेरी डाले अकेला
वो ठेलावाला।

सिक्का का मोल~
बूंद बूंद संजोता
वो ठेलावाला।
°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°

Language: Hindi
345 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
राम आ गए
राम आ गए
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
लब्ज़ परखने वाले अक्सर,
लब्ज़ परखने वाले अक्सर,
ओसमणी साहू 'ओश'
कितना रोका था ख़ुद को
कितना रोका था ख़ुद को
हिमांशु Kulshrestha
हया
हया
sushil sarna
[28/03, 17:02] Dr.Rambali Mishra: *पाप का घड़ा फूटता है (दोह
[28/03, 17:02] Dr.Rambali Mishra: *पाप का घड़ा फूटता है (दोह
Rambali Mishra
ज्ञान से शिक्षित, व्यवहार से अनपढ़
ज्ञान से शिक्षित, व्यवहार से अनपढ़
पूर्वार्थ
कया बताएं 'गालिब'
कया बताएं 'गालिब'
Mr.Aksharjeet
"सफर"
Yogendra Chaturwedi
"परिवार क्या है"
Dr. Kishan tandon kranti
" मँगलमय नव-वर्ष-2024 "
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
भले ही भारतीय मानवता पार्टी हमने बनाया है और इसका संस्थापक स
भले ही भारतीय मानवता पार्टी हमने बनाया है और इसका संस्थापक स
Dr. Man Mohan Krishna
सियासत हो
सियासत हो
Vishal babu (vishu)
■ सियासी व्यंग्य-
■ सियासी व्यंग्य-
*Author प्रणय प्रभात*
रिश्ते , प्रेम , दोस्ती , लगाव ये दो तरफ़ा हों ऐसा कोई नियम
रिश्ते , प्रेम , दोस्ती , लगाव ये दो तरफ़ा हों ऐसा कोई नियम
Seema Verma
मैं यूं ही नहीं इतराता हूं।
मैं यूं ही नहीं इतराता हूं।
नेताम आर सी
मौन पर एक नजरिया / MUSAFIR BAITHA
मौन पर एक नजरिया / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
Tum khas ho itne yar ye  khabar nhi thi,
Tum khas ho itne yar ye khabar nhi thi,
Sakshi Tripathi
छुपा सच
छुपा सच
Mahender Singh
* मुक्तक *
* मुक्तक *
surenderpal vaidya
ऋतुराज
ऋतुराज
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
दो अक्षर में कैसे बतला दूँ
दो अक्षर में कैसे बतला दूँ
Harminder Kaur
मुझको उनसे क्या मतलब है
मुझको उनसे क्या मतलब है
gurudeenverma198
*पागलपन है चाकू-छुरियाँ, दंगा और फसाद( हिंदी गजल/गीतिका)*
*पागलपन है चाकू-छुरियाँ, दंगा और फसाद( हिंदी गजल/गीतिका)*
Ravi Prakash
सौंदर्यबोध
सौंदर्यबोध
Prakash Chandra
एक ख़्वाब सी रही
एक ख़्वाब सी रही
Dr fauzia Naseem shad
सुखिया मर गया सुख से
सुखिया मर गया सुख से
Shekhar Chandra Mitra
*संतुष्ट मन*
*संतुष्ट मन*
Shashi kala vyas
सफलता का लक्ष्य
सफलता का लक्ष्य
Paras Nath Jha
सितारे अपने आजकल गर्दिश में चल रहे है
सितारे अपने आजकल गर्दिश में चल रहे है
shabina. Naaz
माँ शारदे-लीला
माँ शारदे-लीला
Kanchan Khanna
Loading...