वृद्धाश्रम और श्राद्ध
आज कर रही है संतान ,
अपने माता पिता का श्राद्ध ,
बड़ी धूम धाम से ।
कल जो छोड़ आई थी दुत्कार कर ,
बेसहारा वृद्धाश्रम में,
बेदखल कर अपने धाम (घर ) से ।
आज कर रही है संतान ,
अपने माता पिता का श्राद्ध ,
बड़ी धूम धाम से ।
कल जो छोड़ आई थी दुत्कार कर ,
बेसहारा वृद्धाश्रम में,
बेदखल कर अपने धाम (घर ) से ।