वीर बहुत किया तुमने
?वीर बहुत किया तुमने?
ऐ खुशियाँ ये चैनों की राते,,
जिनकी वजह से पायी है तुमने।।
उन अमर शहीदों को,,
क्यों आज भुला दिया तुमने।।
मातृभूमि की रक्षा खातिर,,
जो तैयार रहता था।।
ऐसे बलिदानी वीरो के बलिदान को,
क्यों आज भुला दिया तुमने।।
कोई नही था वो,,
भारत माता का लाल था,,
धरती माँ की रक्षा खातिर,,
सर कटवाने को तैयार था।।
ऐसे वीर शहीदों की गाथा को,,
क्यो आज भूला दिया तुमने।।
दिल मे सरफ़रोशी तमन्ना लिए हुए था,,
सरहदों पे सीना ताने,,
हाथो में बंदूक लिए था।।
उसके खून कब बदला लो,,
लेने की कसम जो खाई थी तुमने,,
दुश्मनो के हर मंसूबो को,,
खाक में मिला देने की चाह रखता था,,
आखरी साँस तक अपनी वो देश के लिए लड़ता था,,
दीपो के इस पावन पर्व पर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि देना न भूल जाओ तुम…
क्या आज फिर वो कसम भूला दी तुमने।।
जयहिंद,,सोनु जैन,मंदसौर,,,?