विश्वास मन में जगाया है !!!!
विश्वास मन में जगाया है, एक बार दिल फिर तुझसे लगाया है।
रूठ न जाना ,दिल में ही रहना, जो बीता हमने भुलाया है।।
बात हो मुलाकात हो,दोनों के एक से जज़्बात हो।
दोनों समझे दोनों को,दिल में हमने यही सजाया है।।
नई इबारत फिर लिखे,नव चिंतन दोनों फिर सजे।
मैंने आप पर सब छोड़ा,अनुनय आप को क्या भाया है।।
राजेश व्यास अनुनय