Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2020 · 1 min read

विवश राज्य प्रवासी

आज अपने देश में
सहमें – दबे ,
बेसुध जन
चले जा रहे हैं …
थके क्लांत …
भूखे व्याकुल …
भयाक्रांत …!
भावनाओं में डूबते-उतराते ,
सोचते विचारते …
क्या यही है मेरा देश ,
जहां सभी सुविधा उपलब्ध
देखकर विशेष वेश !
भारत विघटन वाले
राज्य के मेहमान बने हैं ,
भोजन छाजन सुलभ ,
कितने भाग्यवान बने हैं !
भारत निर्माता सोच-सोच
मरे जा रहा है …
शहर छोड़ अब गांव बढ़े जा रहा है …!

आलोक पाण्डेय

Language: Hindi
2 Likes · 327 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अपनी तस्वीर
अपनी तस्वीर
Dr fauzia Naseem shad
" लक्ष्य सिर्फ परमात्मा ही हैं। "
Aryan Raj
"प्यासा कुआँ"
Dr. Kishan tandon kranti
नव प्रबुद्ध भारती
नव प्रबुद्ध भारती
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
धूमिल होती यादों का, आज भी इक ठिकाना है।
धूमिल होती यादों का, आज भी इक ठिकाना है।
Manisha Manjari
"विक्रम" उतरा चाँद पर
Satish Srijan
लोकतंत्र तभी तक जिंदा है जब तक आम जनता की आवाज़ जिंदा है जिस
लोकतंत्र तभी तक जिंदा है जब तक आम जनता की आवाज़ जिंदा है जिस
Rj Anand Prajapati
2665.*पूर्णिका*
2665.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जिंदगी
जिंदगी
Bodhisatva kastooriya
एक सरकारी सेवक की बेमिसाल कर्मठता / MUSAFIR BAITHA
एक सरकारी सेवक की बेमिसाल कर्मठता / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
■ आज का आखिरी शेर।
■ आज का आखिरी शेर।
*Author प्रणय प्रभात*
जीवन की धूल ..
जीवन की धूल ..
Shubham Pandey (S P)
“हिचकी
“हिचकी " शब्द यादगार बनकर रह गए हैं ,
Manju sagar
वो तुम्हें! खूब निहारता होगा ?
वो तुम्हें! खूब निहारता होगा ?
The_dk_poetry
*खेलते हैं दूसरी पारी, नमन है आपको (मुक्तक)*
*खेलते हैं दूसरी पारी, नमन है आपको (मुक्तक)*
Ravi Prakash
तेरे संग ये जिंदगी बिताने का इरादा था।
तेरे संग ये जिंदगी बिताने का इरादा था।
Surinder blackpen
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
शिक्षित बेटियां मजबूत समाज
शिक्षित बेटियां मजबूत समाज
श्याम सिंह बिष्ट
देशभक्ति
देशभक्ति
Dr. Pradeep Kumar Sharma
यदि आप अपनी असफलता से संतुष्ट हैं
यदि आप अपनी असफलता से संतुष्ट हैं
Paras Nath Jha
हौसले से जग जीतता रहा
हौसले से जग जीतता रहा
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
हुए अजनबी हैं अपने ,अपने ही शहर में।
हुए अजनबी हैं अपने ,अपने ही शहर में।
कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ
जरा सी गलतफहमी पर
जरा सी गलतफहमी पर
Vishal babu (vishu)
दीवानी कान्हा की
दीवानी कान्हा की
rajesh Purohit
कृष्ण सुदामा मित्रता,
कृष्ण सुदामा मित्रता,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जहाँ खुदा है
जहाँ खुदा है
शेखर सिंह
ज़िंदगी के मर्म
ज़िंदगी के मर्म
Shyam Sundar Subramanian
💐प्रेम कौतुक-299💐
💐प्रेम कौतुक-299💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
भोर
भोर
Omee Bhargava
इकांत बहुत प्यारी चीज़ है ये आपको उससे मिलती है जिससे सच में
इकांत बहुत प्यारी चीज़ है ये आपको उससे मिलती है जिससे सच में
पूर्वार्थ
Loading...