Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 May 2020 · 1 min read

विलुप्त होती प्रजातियां

सुना है….
कभी हुआ करते थे डायनासोर
कई कई फीट ऊंचे,
कोतुहालवश देख ली
जुरेसिक पार्क भी….
बाघ भी सुना ख़तम हो रहे हैं
संरक्षण को उनके
कई कार्यक्रम चल रहे हैं
शायद बच ही जाएं…
और वो नन्हीं चिड़िया
जिसके पर रंग देते थे
हम बचपन की मस्ती में,
वो भी तो कम हो रही हैं
मुहीम तो चल रही
उन्हें भी बचाने की
शायद बच ही जाएं…
विलुप्त हो रही कुछ
और भी हैं प्रजातियां….
जो शायद न बच पाए
आने वाले सालों में…
जैसे बुआ ,चाची
और मासियां
देखने उनको जाना पड़ेगा
फिर सिनेमा हालों में….

Language: Hindi
6 Likes · 4 Comments · 339 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तन के लोभी सब यहाँ, मन का मिला न मीत ।
तन के लोभी सब यहाँ, मन का मिला न मीत ।
sushil sarna
रिश्तों के मायने
रिश्तों के मायने
Rajni kapoor
कौशल
कौशल
Dinesh Kumar Gangwar
कविता(प्रेम,जीवन, मृत्यु)
कविता(प्रेम,जीवन, मृत्यु)
Shiva Awasthi
गणतंत्र दिवस
गणतंत्र दिवस
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
अंजाम
अंजाम
Bodhisatva kastooriya
देता मगर न वोट , अश्रु से रोता नेता (हास्य कुंडलिया)
देता मगर न वोट , अश्रु से रोता नेता (हास्य कुंडलिया)
Ravi Prakash
हक़ीक़त है
हक़ीक़त है
Dr fauzia Naseem shad
गम के आगे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी।
गम के आगे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी।
सत्य कुमार प्रेमी
🌹🌹🌹फितरत 🌹🌹🌹
🌹🌹🌹फितरत 🌹🌹🌹
umesh mehra
आओ नया निर्माण करें
आओ नया निर्माण करें
Vishnu Prasad 'panchotiya'
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अब हम रोबोट हो चुके हैं 😢
अब हम रोबोट हो चुके हैं 😢
Rohit yadav
ग़ज़ल एक प्रणय गीत +रमेशराज
ग़ज़ल एक प्रणय गीत +रमेशराज
कवि रमेशराज
*साथ निभाना साथिया*
*साथ निभाना साथिया*
Harminder Kaur
बना एक दिन वैद्य का
बना एक दिन वैद्य का
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
बहू बनी बेटी
बहू बनी बेटी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
अन्याय के आगे मत झुकना
अन्याय के आगे मत झुकना
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
पर्यावरणीय सजगता और सतत् विकास ही पर्यावरण संरक्षण के आधार
पर्यावरणीय सजगता और सतत् विकास ही पर्यावरण संरक्षण के आधार
डॉ०प्रदीप कुमार दीप
हुनर है मुझमें
हुनर है मुझमें
Satish Srijan
कबूतर
कबूतर
Vedha Singh
"तब कोई बात है"
Dr. Kishan tandon kranti
15, दुनिया
15, दुनिया
Dr Shweta sood
#शेर
#शेर
*Author प्रणय प्रभात*
स्वर्ग से सुंदर अपना घर
स्वर्ग से सुंदर अपना घर
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
2618.पूर्णिका
2618.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
होली -रमजान ,दीवाली
होली -रमजान ,दीवाली
DrLakshman Jha Parimal
हर किसी का एक मुकाम होता है,
हर किसी का एक मुकाम होता है,
Buddha Prakash
नहीं लगता..
नहीं लगता..
Rekha Drolia
कृष्ण सा हैं प्रेम मेरा
कृष्ण सा हैं प्रेम मेरा
The_dk_poetry
Loading...