Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jan 2021 · 1 min read

विमर्श

1
अच्छी तरह विमर्श कर , शुरू करो कुछ काम
जल्दीबाजी के सदा,होते दुष्परिणाम

2
देते बड़े विमर्श जो, उन पर देना ध्यान
होता नहीं किताब से, कम अनुभव का ज्ञान

3
बिना विमर्श किये हुये ,सफल न होते काम
लेकिन अधिक विमर्श भी, करता काम तमाम

4
बस विमर्श के नाम पर,होते वाद विवाद
करें सियासी लोग बस, आपस में परिवाद

5
लाग लपेटे बिन अगर , शुद्ध विचार विमर्श
तो उसके परिणाम भी, देते हैं उत्कर्ष

6
समाधान मिलता तभी,,जब हो स्वस्थ विमर्श
मगर आजकल ये सभी, राजनीति प्रतिदर्श

24-01-2021
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 283 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
क़भी क़भी इंसान अपने अतीत से बाहर आ जाता है
क़भी क़भी इंसान अपने अतीत से बाहर आ जाता है
ruby kumari
शुभ दिवाली
शुभ दिवाली
umesh mehra
पितृ हमारे अदृश्य शुभचिंतक..
पितृ हमारे अदृश्य शुभचिंतक..
Harminder Kaur
आंख पर पट्टी बांधे ,अंधे न्याय तौल रहे हैं ।
आंख पर पट्टी बांधे ,अंधे न्याय तौल रहे हैं ।
Slok maurya "umang"
“मृदुलता”
“मृदुलता”
DrLakshman Jha Parimal
हमारी सम्पूर्ण ज़िंदगी एक संघर्ष होती है, जिसमे क़दम-क़दम पर
हमारी सम्पूर्ण ज़िंदगी एक संघर्ष होती है, जिसमे क़दम-क़दम पर
SPK Sachin Lodhi
नदी
नदी
Kumar Kalhans
सोचना नहीं कि तुमको भूल गया मैं
सोचना नहीं कि तुमको भूल गया मैं
gurudeenverma198
प्रेम की चाहा
प्रेम की चाहा
RAKESH RAKESH
रमेशराज के प्रेमपरक दोहे
रमेशराज के प्रेमपरक दोहे
कवि रमेशराज
ये दुनिया है आपकी,
ये दुनिया है आपकी,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जीवन भर मरते रहे, जो बस्ती के नाम।
जीवन भर मरते रहे, जो बस्ती के नाम।
Suryakant Dwivedi
मेरी आँख में झाँककर देखिये तो जरा,
मेरी आँख में झाँककर देखिये तो जरा,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मदनोत्सव
मदनोत्सव
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
फकीरी/दीवानों की हस्ती
फकीरी/दीवानों की हस्ती
लक्ष्मी सिंह
*मुख काला हो गया समूचा, मरण-पाश से लड़ने में (हिंदी गजल)*
*मुख काला हो गया समूचा, मरण-पाश से लड़ने में (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
संघर्ष ,संघर्ष, संघर्ष करना!
संघर्ष ,संघर्ष, संघर्ष करना!
Buddha Prakash
"मित्रता"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
पाँच सितारा, डूबा तारा
पाँच सितारा, डूबा तारा
Manju Singh
ड्राइवर,डाकिया,व्यापारी,नेता और पक्षियों को बहुत दूर तक के स
ड्राइवर,डाकिया,व्यापारी,नेता और पक्षियों को बहुत दूर तक के स
Rj Anand Prajapati
जब हमें तुमसे मोहब्बत ही नहीं है,
जब हमें तुमसे मोहब्बत ही नहीं है,
Dr. Man Mohan Krishna
दूर जाकर क्यों बना लीं दूरियां।
दूर जाकर क्यों बना लीं दूरियां।
सत्य कुमार प्रेमी
समय बदल रहा है..
समय बदल रहा है..
ओनिका सेतिया 'अनु '
" नयन अभिराम आये हैं "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
भारत शांति के लिए
भारत शांति के लिए
नेताम आर सी
शिवाजी गुरु समर्थ रामदास – बाल्यकाल और नया पड़ाव – 02
शिवाजी गुरु समर्थ रामदास – बाल्यकाल और नया पड़ाव – 02
Sadhavi Sonarkar
నేటి ప్రపంచం
నేటి ప్రపంచం
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
साथ तेरा रहे साथ बन कर सदा
साथ तेरा रहे साथ बन कर सदा
डॉ. दीपक मेवाती
2892.*पूर्णिका*
2892.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"सम्भावना"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...