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15 Oct 2020 · 1 min read

विनोद सिल्ला की कुंडलियां

कुंडलियां
सूटकेश नोटों भरे

सूटकेश नोटों भरे , ले ले मेरे वीर|
देके अपना समरथन, हर ले मेरी पीर||
हर ले मेरी पीर, मैं पा जाऊंगा सत्ता|
मैं छापूंगा नोट , जनादेश होगा धत्ता||
कह सिल्ला कविराय, पहना है खादी वेश|
इसलिए ही आते हैं, नोटों भरे सूटकेश||

-विनोद सिल्ला©

1 Like · 2 Comments · 214 Views
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