Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Mar 2017 · 1 min read

विजयश्री

विजयश्री के जश्न में,
बजते ढ़लोक और मृदंग ।
नृत्य गान रंग गुलाल से ,
बदल गये सबके रंगढंग।
मिला श्रेय जो सौभाग्य है,
करने को प्रभु के काज ।
वरन् बक्त बदलते ही,
लुटती रहती है लाज ।
जो जितने ऊपर होता है,
उसको मिलती उतनी खाई।
सतह न त्यागे यदि कभी,
दुनिया करती रहेगी भलाई।
माना हो शिखर के कलश,
सत्ता,शक्ति सब कुछ पास में।
बुरे बक्त न पड़ता कोई काम,
कर्म ही रह जाता है हाथ में।
रच गये जो इतिहास नया,
श्रेष्ट कार्य कर समाज का ।
उन्हें वरण किया विजय ने,
साथ दिया है जीवन का।
जो उपेक्षित करे कर्तव्यों को,
विजयश्री के आँचल मेंं।
उन्हें न करता माफ जगत,
औकात दिखाते आपस में।
समय चक्र अब पलटा है,
कुछ करके दिखलाना होगा।
वरन जो हश्र आज उनका है,
वही कल तुम्हरा भी होगा।

Language: Hindi
321 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Rajesh Kumar Kaurav
View all
You may also like:
व्यावहारिक सत्य
व्यावहारिक सत्य
Shyam Sundar Subramanian
कभी किताब से गुज़रे
कभी किताब से गुज़रे
Ranjana Verma
मंजिल छूते कदम
मंजिल छूते कदम
Arti Bhadauria
जाने कहां गई वो बातें
जाने कहां गई वो बातें
Suryakant Dwivedi
पैसा सौगात के नाम पर बंटे
पैसा सौगात के नाम पर बंटे
*Author प्रणय प्रभात*
"कूँचे गरीब के"
Ekta chitrangini
मेरी इबादत
मेरी इबादत
umesh mehra
" मँगलमय नव-वर्ष-2024 "
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
दिन आज आखिरी है, खत्म होते साल में
दिन आज आखिरी है, खत्म होते साल में
gurudeenverma198
प्यार या प्रतिशोध में
प्यार या प्रतिशोध में
Keshav kishor Kumar
प्रकृति को त्यागकर, खंडहरों में खो गए!
प्रकृति को त्यागकर, खंडहरों में खो गए!
विमला महरिया मौज
"नारियल"
Dr. Kishan tandon kranti
भगवान
भगवान
Anil chobisa
विश्व स्वास्थ्य दिवस पर....
विश्व स्वास्थ्य दिवस पर....
डॉ.सीमा अग्रवाल
आने वाले कल का ना इतना इंतजार करो ,
आने वाले कल का ना इतना इंतजार करो ,
Neerja Sharma
ବାତ୍ୟା ସ୍ଥିତି
ବାତ୍ୟା ସ୍ଥିତି
Otteri Selvakumar
बार -बार दिल हुस्न की ,
बार -बार दिल हुस्न की ,
sushil sarna
*होली*
*होली*
Shashi kala vyas
तू मिला जो मुझे इक हंसी मिल गई
तू मिला जो मुझे इक हंसी मिल गई
कृष्णकांत गुर्जर
ये खुदा अगर तेरे कलम की स्याही खत्म हो गई है तो मेरा खून लेल
ये खुदा अगर तेरे कलम की स्याही खत्म हो गई है तो मेरा खून लेल
Ranjeet kumar patre
दास्ताने-कुर्ता पैजामा [ व्यंग्य ]
दास्ताने-कुर्ता पैजामा [ व्यंग्य ]
कवि रमेशराज
श्रेष्ठता
श्रेष्ठता
Paras Nath Jha
मेरे गली मुहल्ले में आने लगे हो #गजल
मेरे गली मुहल्ले में आने लगे हो #गजल
Ravi singh bharati
जीत से बातचीत
जीत से बातचीत
Sandeep Pande
*सभी के साथ सामंजस्य, बैठाना जरूरी है (हिंदी गजल)*
*सभी के साथ सामंजस्य, बैठाना जरूरी है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
इतनी ज़ुबाॅ को
इतनी ज़ुबाॅ को
Dr fauzia Naseem shad
मुझे आज तक ये समझ में न आया
मुझे आज तक ये समझ में न आया
Shweta Soni
फर्ज़ अदायगी (मार्मिक कहानी)
फर्ज़ अदायगी (मार्मिक कहानी)
Dr. Kishan Karigar
💐Prodigy Love-30💐
💐Prodigy Love-30💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...