Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Mar 2020 · 1 min read

वास्तविक नववर्ष

लोगो को देखा ।
जब करते लेखा जोखा ।
तो हमने ये सोचा ।
हम लोग किसी भी ।
कार्य को कर अनदेखा ।
कि करेंगे आधे कार्य पुरा ।
अगले नव वर्ष पर ।
हरेक दिन नव है ।
जब जागो तभी सबेरा ।
चाहे शाम हो या अंधेरा ।
खुशिया मनाते है नववर्ष आने पर ।
अपनी जीवन के अमूल्य एक वर्ष कम होने पर।
जनवरी ही ग्रेगोरियन कैलेण्डर का प्रथम माह ।
अतः इसका जोरदार आगाह ।
जीवन मे लक्ष्य की ।
ओर ध्यान देकर ।
चुनो सफलता की राह ।
होगा नववर्ष उस दिन ।
जिस दिन सफलता आपकी कदम चुमेगी ।
आसमान नीचे होगा ।
आप ऊपर होंगे ।
खुशियो के ढेरो तारे ।
टिमटिमाते हुए आएंगे नजर ।
हरेक पल जीवन का अंतिम पल ।
समझ कर करो दीदार ।
नववर्ष तो तब होगा ।
जब नवरंग ,नव उमंग, नवसंग और नवजंग साथ होगा ।
जीवन संघर्षो का जाम होगा ।
जनवरी ही नही ।
हरेक माह नववार होगा ।
आपकी सोच ही ।
वो तेज धार होगा ।
जो हरेक दिन को अच्छा बनाने का औजार होगा ।
आन्तरिक खुशियो का इजहार होगा ।
वास्तव मे वही से जीवन का ।
सुंदर आगाज होगा ।
जब तेरा हरेक वार मूलतबि होगा ।
तेरे अंदर जब नवसोच, नवजोश होगा ।
सचमुच वही नववर्ष नववर्ष होगा ।
जब तुम्हारा पदार्पण फर्श से अर्श पर होगा ।
वास्तव मे जीवन का वही वास्तविक नववर्ष होगा ।।

?? Rj Anand Prajapati ??

Language: Hindi
463 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ज़िन्दगी,
ज़िन्दगी,
Santosh Shrivastava
कहें किस रंग से होली मनाना आप चाहेंगे ? (हास्य-गीत)
कहें किस रंग से होली मनाना आप चाहेंगे ? (हास्य-गीत)
Ravi Prakash
बरसात
बरसात
लक्ष्मी सिंह
2452.पूर्णिका
2452.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
■ समझने वाली बात।
■ समझने वाली बात।
*Author प्रणय प्रभात*
"ये कविता ही है"
Dr. Kishan tandon kranti
कैसे?
कैसे?
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
पढ़ो लिखो आगे बढ़ो पढ़ना जरूर ।
पढ़ो लिखो आगे बढ़ो पढ़ना जरूर ।
Rajesh vyas
पर्यावरण
पर्यावरण
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
होली औऱ ससुराल
होली औऱ ससुराल
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
यूनिवर्सिटी के गलियारे
यूनिवर्सिटी के गलियारे
Surinder blackpen
बारिश के लिए तरस रहे
बारिश के लिए तरस रहे
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
चाँद
चाँद
TARAN VERMA
लोकशैली में तेवरी
लोकशैली में तेवरी
कवि रमेशराज
बापू तेरे देश में...!!
बापू तेरे देश में...!!
Kanchan Khanna
संवेदना का कवि
संवेदना का कवि
Shweta Soni
मेरी फितरत
मेरी फितरत
Ram Krishan Rastogi
हे देवाधिदेव गजानन
हे देवाधिदेव गजानन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
भूल गया कैसे तू हमको
भूल गया कैसे तू हमको
gurudeenverma198
कर रहे हैं वंदना
कर रहे हैं वंदना
surenderpal vaidya
सब तेरा है
सब तेरा है
Swami Ganganiya
"डोली बेटी की"
Ekta chitrangini
गंणपति
गंणपति
Anil chobisa
गीत
गीत
Shiva Awasthi
वृक्षों की सेवा करो, मिलता पुन्य महान।
वृक्षों की सेवा करो, मिलता पुन्य महान।
डॉ.सीमा अग्रवाल
💐प्रेम कौतुक-304💐
💐प्रेम कौतुक-304💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
# नमस्कार .....
# नमस्कार .....
Chinta netam " मन "
जिसने अपने जीवन में दर्द नहीं झेले उसने अपने जीवन में सुख भी
जिसने अपने जीवन में दर्द नहीं झेले उसने अपने जीवन में सुख भी
Rj Anand Prajapati
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बदनाम शराब
बदनाम शराब
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Loading...