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25 Apr 2017 · 1 min read

वहशी नक्सलवाद

झपटें सारे नक्सली, जैसे गीदड़ बाज !
हमने सत्तर साल में, ढूंढा नहीं इलाज !!

यूं नोचे है देश को,वहशी नक्सलवाद!
देता है पीडा सदा, तन को जैसे दाद !!

खेलें होली खून की,…..हरदम नक्सलवाद !
करना होगा ठोस अब, हमको कदम इजाद !!
रमेश शर्मा.

Language: Hindi
1 Like · 378 Views
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