Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Aug 2017 · 1 min read

वन्दे मातरम्

वन्दे मातरम्

यह दिन शहीदों के बलिदान का
यह दिन भारत के स्वाभिमान का
यह दिन शौर्य पराक्रम का प्रतीक
तिरंगे की आन बान और शान का
झुकने ना देंगे जब तक दम में दम
वन्दे मातरम् बोलो वन्दे मातरम्

हलचल मची हुई सीमा उस पार
रोज रोज हो रहे हैं वार पर वार
चाहते न युद्ध पर डरते नहीं
विश्व में हमारी सेना भी है दमदार
जो भी टकराए बन जाएं उसे यम
वंदे मातरम् बोलो वंदे मातरम्

माटी के प्रति ये गर्व अमर रहे
सेवा शांति का संदर्भ अमर रहे
दसों दिशाओं में खुशियों की गूंज हो
आजादी का यह पर्व अमर रहे
आज धन्य हुए इसको पाकर हम
वन्दे मातरम् बोलो वन्दे मातरम्

गुरू सक्सेना नरसिहपुर (मध्य प्रदेश)

Language: Hindi
306 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
थक गये है हम......ख़ुद से
थक गये है हम......ख़ुद से
shabina. Naaz
पतझड़ के दिन
पतझड़ के दिन
DESH RAJ
अदाकारियां
अदाकारियां
Surinder blackpen
*नयी पीढ़ियों को दें उपहार*
*नयी पीढ़ियों को दें उपहार*
Poonam Matia
💐अज्ञात के प्रति-148💐
💐अज्ञात के प्रति-148💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
निराली है तेरी छवि हे कन्हाई
निराली है तेरी छवि हे कन्हाई
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"राज़-ए-इश्क़" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मन मेरा मेरे पास नहीं
मन मेरा मेरे पास नहीं
Pratibha Pandey
जिंदगी का चमत्कार,जिंदगी भर किया इंतजार,
जिंदगी का चमत्कार,जिंदगी भर किया इंतजार,
पूर्वार्थ
बाल नृत्य नाटिका : कृष्ण और राधा
बाल नृत्य नाटिका : कृष्ण और राधा
Dr.Pratibha Prakash
वैसे अपने अपने विचार है
वैसे अपने अपने विचार है
शेखर सिंह
"देश भक्ति गीत"
Slok maurya "umang"
प्रेम की अनुपम धारा में कोई कृष्ण बना कोई राधा
प्रेम की अनुपम धारा में कोई कृष्ण बना कोई राधा
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
वो ख्वाबों में अब भी चमन ढूंढते हैं ।
वो ख्वाबों में अब भी चमन ढूंढते हैं ।
Phool gufran
*भगवान के नाम पर*
*भगवान के नाम पर*
Dushyant Kumar
श्री रामचरितमानस में कुछ स्थानों पर घटना एकदम से घटित हो जाती है ऐसे ही एक स्थान पर मैंने यह
श्री रामचरितमानस में कुछ स्थानों पर घटना एकदम से घटित हो जाती है ऐसे ही एक स्थान पर मैंने यह "reading between the lines" लिखा है
SHAILESH MOHAN
“नये वर्ष का अभिनंदन”
“नये वर्ष का अभिनंदन”
DrLakshman Jha Parimal
Believe,
Believe,
Dhriti Mishra
*अध्याय 4*
*अध्याय 4*
Ravi Prakash
कम आ रहे हो ख़़्वाबों में आजकल,
कम आ रहे हो ख़़्वाबों में आजकल,
Shreedhar
प्रो. दलजीत कुमार बने पर्यावरण के प्रहरी
प्रो. दलजीत कुमार बने पर्यावरण के प्रहरी
Nasib Sabharwal
जरासन्ध के पुत्रों ने
जरासन्ध के पुत्रों ने
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
दिखावे के दान का
दिखावे के दान का
Dr fauzia Naseem shad
"प्रेम और क्रोध"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रभु ने बनवाई रामसेतु माता सीता के खोने पर।
प्रभु ने बनवाई रामसेतु माता सीता के खोने पर।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
कहने का मौका तो दिया था तुने मगर
कहने का मौका तो दिया था तुने मगर
Swami Ganganiya
अब तक मैं
अब तक मैं
gurudeenverma198
वक़्त बुरा यूँ बीत रहा है / उर में विरहा गीत रहा है
वक़्त बुरा यूँ बीत रहा है / उर में विरहा गीत रहा है
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
उसने मुझको बुलाया तो जाना पड़ा।
उसने मुझको बुलाया तो जाना पड़ा।
सत्य कुमार प्रेमी
जात आदमी के
जात आदमी के
AJAY AMITABH SUMAN
Loading...