मेरा वतन
है कोई आरजू तेरी
मेरे वतन मुझको बता
जिंदगी तेरे हवाले
मेरे खून का हरेक हिस्सा तेरा ।
मैं रहूँ या ना रहूँ
तेरा चमन खिलता रहे
हरेक फूल में खुशबु रहे
परिंदों से बाग़ तेरा आवाद रहे ।
पहला निवाला तेरी जमीन का
पहला कदम तुझ पर रखा
सांस भी तूने ही दी
इस प्यार का तुझको शुक्रिया ।
दुश्मन भले ही मजबूत हो
मजबूत उसका काल हो
मेरे कदम ना डिगेंगे
चाहे आगे खड़ा महाकाल हो ।
हौसला मेरा बुलन्द है
मेरे वतन तेरे लिए
इश्क़ मैंने तुझसे किया है
मेरे ज़िस्म का हरेक कतरा तेरे लिए ।
सिजदा करे सूरज की किरण
और फ़लक पर तारे टिमटिमाते रहें
चाँद है तेरा नगीना
और तिरंगा तेरा हमेशा लहराता रहे ।
गर्दिशें घिर आयीं भले हों
आस्तीन में बैठे भले ही सांप हो
मेरे वतन परेशां ना होना
कफ़न बाधें वीरो को वश आवाज देना ।