Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Apr 2017 · 1 min read

वक्त कैसा भी हो बदलता हैै

एक ही बात,हां एक ही बात
रखती हूं याद,हां एक ही बात
वक्त कैसा भी हो,बदलता है…..
समय का पहिया ,चलता है,चलता है।
घड़ी मुश्किलों की हो तो भी कटेगी,
जो बदली हो छाई,तो वो भी छंटेगी
हो अंधियारी कितनी भी रात,
फिर सूरज निकलता है,
वक्त कैसा भी हो,
बदलता है।
अच्छा समय भी आकर जाना है,
फूल खिलेगा तो उसे मुरझाना है,
ये बात याद न हो तो
बदलता वक्त अखरता है,
इसलिए रखती हूं याद
वक्त कैसा भी हो,
बदलता है।
किसी की बदहाली
या अपने अच्छे हाल पर
गुमान न करना साहेब
वक्त ही देता है
उसको पटकनी,
जो सीधे बंदों के साथ
टेढ़ी चाल चलता है।
सुबह के बाद
फिर अंधकार होता है
अंधकार के बाद
फिर सूरज निकलता है।
समय का पहिया चलता है,चलता है ,
वक्त कैसा भी हो, बदलता है ।

Language: Hindi
1 Like · 1421 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Pyasa ke dohe (vishwas)
Pyasa ke dohe (vishwas)
Vijay kumar Pandey
Patience and determination, like a rock, is the key to their hearts' lock.
Patience and determination, like a rock, is the key to their hearts' lock.
Manisha Manjari
पानी
पानी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
संत रविदास!
संत रविदास!
Bodhisatva kastooriya
सोचता हूँ
सोचता हूँ
Satish Srijan
*खुशियों की सौगात*
*खुशियों की सौगात*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तारीफ....... तुम्हारी
तारीफ....... तुम्हारी
Neeraj Agarwal
अभी बाकी है
अभी बाकी है
Vandna Thakur
पिता एक सूरज
पिता एक सूरज
डॉ. शिव लहरी
हरेक मतदान केंद्र पर
हरेक मतदान केंद्र पर
*Author प्रणय प्रभात*
अगर आप समय के अनुसार नही चलकर शिक्षा को अपना मूल उद्देश्य नह
अगर आप समय के अनुसार नही चलकर शिक्षा को अपना मूल उद्देश्य नह
Shashi Dhar Kumar
मुझको मालूम है तुमको क्यों है मुझसे मोहब्बत
मुझको मालूम है तुमको क्यों है मुझसे मोहब्बत
gurudeenverma198
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
परिपक्वता (maturity) को मापने के लिए उम्र का पैमाना (scale)
परिपक्वता (maturity) को मापने के लिए उम्र का पैमाना (scale)
Seema Verma
टूटेगा एतबार
टूटेगा एतबार
Dr fauzia Naseem shad
"दिमागी गुलामी"
Dr. Kishan tandon kranti
मानवता है धर्म सत,रखें सभी हम ध्यान।
मानवता है धर्म सत,रखें सभी हम ध्यान।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
★रात की बात★
★रात की बात★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
*राज सारे दरमियाँ आज खोलूँ*
*राज सारे दरमियाँ आज खोलूँ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
2613.पूर्णिका
2613.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
अधखिला फूल निहार रहा है
अधखिला फूल निहार रहा है
VINOD CHAUHAN
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
दिन भी बहके से हुए रातें आवारा हो गईं।
दिन भी बहके से हुए रातें आवारा हो गईं।
सत्य कुमार प्रेमी
वो वक्त कब आएगा
वो वक्त कब आएगा
Harminder Kaur
मानव  इनको हम कहें,
मानव इनको हम कहें,
sushil sarna
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Dr Archana Gupta
मानवता
मानवता
विजय कुमार अग्रवाल
वसंत पंचमी
वसंत पंचमी
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
*** सागर की लहरें....! ***
*** सागर की लहरें....! ***
VEDANTA PATEL
Loading...