Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Anoop 'Samar'
24 Followers
Follow
Report Content
5 Dec 2019 · 1 min read
वक्त की यारी
वक्त की यारी तो हर कोई करता है ज़नाब!
मजा तो तब है वक्त बदले पर यार न बदले!
?-AnoopS©
Language:
Hindi
Tag:
मुक्तक
Like
Share
6 Likes
·
2 Comments
· 338 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
2428.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
निर्लज्ज चरित्र का स्वामी वो, सम्मान पर आँख उठा रहा।
Manisha Manjari
हास्य व्यंग्य
प्रीतम श्रावस्तवी
🌹प्रेम कौतुक-200🌹
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सुखम् दुखम
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सूरज का टुकड़ा...
Santosh Soni
ज़माने की बुराई से खुद को बचाना बेहतर
नूरफातिमा खातून नूरी
ए जिंदगी ,,
श्याम सिंह बिष्ट
"नव प्रवर्तन"
Dr. Kishan tandon kranti
*रानी ऋतुओं की हुई, वर्षा की पहचान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
हमने माना अभी अंधेरा है
Dr fauzia Naseem shad
सीख
Ashwani Kumar Jaiswal
Teri gunehgar hu mai ,
Sakshi Tripathi
जाने इतनी बेहयाई तुममें कहां से आई है ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
जहाँ सूर्य की किरण हो वहीं प्रकाश होता है,
Ranjeet kumar patre
मैयत
शायर देव मेहरानियां
चंद्रशेखर आज़ाद जी की पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि
Dr Archana Gupta
दुनिया के हर क्षेत्र में व्यक्ति जब समभाव एवं सहनशीलता से सा
Raju Gajbhiye
लौटना मुश्किल होता है
Saraswati Bajpai
’वागर्थ’ अप्रैल, 2018 अंक में ’नई सदी में युवाओं की कविता’ पर साक्षात्कार / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
अर्ज है पत्नियों से एक निवेदन करूंगा
शेखर सिंह
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर समस्त नारी शक्ति को सादर
*Author प्रणय प्रभात*
बोगेनविलिया
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
नहीं अब कभी ऐसा, नहीं होगा हमसे
gurudeenverma198
कुएं का मेंढ़क
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
उम्मीद ....
sushil sarna
झर-झर बरसे नयन हमारे ज्यूँ झर-झर बदरा बरसे रे
हरवंश हृदय
एक अजीब सी आग लगी है जिंदगी में,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
न ठंड ठिठुरन, खेत न झबरा,
Sanjay ' शून्य'
सच के साथ ही जीना सीखा सच के साथ ही मरना
Er. Sanjay Shrivastava
Loading...