Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Oct 2020 · 1 min read

लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल

विधा- दोहा
विषय-लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल

दृढ़ संकल्पो से सदा, खेला जिसने खेल।
उस युगद्रष्टा को कहे, जग सरदार पटेल ।

निज कर्मों से ही किया, सपनों को साकार।
रियासतों से ही दिया, नव भारत आकार।

आन्दोलन नेतृत्व कर, हित में रहा किसान।
बहनों ने सरदार कह, किया सदा सम्मान।

चारित्रिक दृढ़ से पड़ा, लौह पुरुष था नाम।
विघटनकारी तत्व को, सदा मिटाना काम।

विषम परिस्तिथ में सदा, अटल रहे जज्बात।
दृढ़ संकल्पों से भरा, सदा तुम्हारा गात।

जूनागढ़ षड्यंत्र का, तुमने किया विनाश।
लोगों के मन में जगी, नयी उमंगे आस।

युगों-युगों गाते रहें, अमर कीर्ति का गान।
अखण्ड भारत का बढ़े, इसी तरह से मान।

आज़ादी में देश की, नायक रहे महान।
रहे आचरण के धनी, भारत की थे शान।

अभिनव मिश्र”अदम्य
शाहजहांपुर, उत्तरप्रदेश

Language: Hindi
300 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
■ चाहें जब...
■ चाहें जब...
*Author प्रणय प्रभात*
23, मायके की याद
23, मायके की याद
Dr Shweta sood
विघ्न-विनाशक नाथ सुनो, भय से भयभीत हुआ जग सारा।
विघ्न-विनाशक नाथ सुनो, भय से भयभीत हुआ जग सारा।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
बार बार दिल तोड़ा तुमने , फिर भी है अपनाया हमने
बार बार दिल तोड़ा तुमने , फिर भी है अपनाया हमने
Dr Archana Gupta
Almost everyone regard this world as a battlefield and this
Almost everyone regard this world as a battlefield and this
Sukoon
*** सैर आसमान की....! ***
*** सैर आसमान की....! ***
VEDANTA PATEL
दिल की पुकार है _
दिल की पुकार है _
Rajesh vyas
प्रेम और पुष्प, होता है सो होता है, जिस तरह पुष्प को जहां भी
प्रेम और पुष्प, होता है सो होता है, जिस तरह पुष्प को जहां भी
Sanjay ' शून्य'
ग़ज़ल/नज़्म - वो ही वैलेंटाइन डे था
ग़ज़ल/नज़्म - वो ही वैलेंटाइन डे था
अनिल कुमार
मेरी बेटियाँ
मेरी बेटियाँ
लक्ष्मी सिंह
यह कलयुग है
यह कलयुग है
gurudeenverma198
यही सोचकर इतनी मैने जिन्दगी बिता दी।
यही सोचकर इतनी मैने जिन्दगी बिता दी।
Taj Mohammad
जीवनी स्थूल है/सूखा फूल है
जीवनी स्थूल है/सूखा फूल है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
इंसान की सूरत में
इंसान की सूरत में
Dr fauzia Naseem shad
जिंदगी भी फूलों की तरह हैं।
जिंदगी भी फूलों की तरह हैं।
Neeraj Agarwal
*चुनाव से पहले नेता जी बातों में तार गए*
*चुनाव से पहले नेता जी बातों में तार गए*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बेपनाह थी मोहब्बत, गर मुकाम मिल जाते
बेपनाह थी मोहब्बत, गर मुकाम मिल जाते
Aditya Prakash
तेरी यादों ने इस ओर आना छोड़ दिया है
तेरी यादों ने इस ओर आना छोड़ दिया है
Bhupendra Rawat
*लफ्ज*
*लफ्ज*
Kumar Vikrant
प्रतिशोध
प्रतिशोध
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
हर कोरे कागज का जीवंत अल्फ़ाज़ बनना है मुझे,
हर कोरे कागज का जीवंत अल्फ़ाज़ बनना है मुझे,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
'मन चंगा तो कठौती में गंगा' कहावत के बर्थ–रूट की एक पड़ताल / DR MUSAFIR BAITHA
'मन चंगा तो कठौती में गंगा' कहावत के बर्थ–रूट की एक पड़ताल / DR MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
Banaras
Banaras
Sahil Ahmad
Yashmehra
Yashmehra
Yash mehra
ईश्वर के प्रतिरूप
ईश्वर के प्रतिरूप
Dr. Pradeep Kumar Sharma
याद तुम्हारी......।
याद तुम्हारी......।
Awadhesh Kumar Singh
*मिला दूसरा संडे यदि तो, माँ ने वही मनाया【हिंदी गजल/गीतिका 】*
*मिला दूसरा संडे यदि तो, माँ ने वही मनाया【हिंदी गजल/गीतिका 】*
Ravi Prakash
इतनें रंगो के लोग हो गये के
इतनें रंगो के लोग हो गये के
Sonu sugandh
मेरी हर लूट में वो तलबगार था,
मेरी हर लूट में वो तलबगार था,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Those who pass through the door of the heart,
Those who pass through the door of the heart,
सिद्धार्थ गोरखपुरी
Loading...