Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Sep 2016 · 1 min read

लोग किस्से बनाने को गुमनाम रहते है! ! !

यहाँ हाल पूछने की चाहत रहती है किसको!
लोग बस खुस्की लेने में मशगुल रहते है!

किसी की खुशियों की चाहत रहती है किसको!
दर्द देने की आदत से मजबूर रहते है!

यहाँ ख़ामोशी की कद्र रहती है किसको! !
लोग बेबाक रहने को बेताब रहते है! !

किसी की चाहत की परख होती है किसको
सिने में दफ़न राज कितने रहते है! ! !

यहा होश रखने की आदत रहती है किसको!
लोग अपनी शरारत में मदहोश रहते है! ! !

अपनी दुनिया की खबर रहती है किसको!
लोग किस्से बनाने को गुमनाम रहते है! ! !

293 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Yashvardhan Goel
View all
You may also like:
बिहार, दलित साहित्य और साहित्य के कुछ खट्टे-मीठे प्रसंग / MUSAFIR BAITHA
बिहार, दलित साहित्य और साहित्य के कुछ खट्टे-मीठे प्रसंग / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
वक्त अब कलुआ के घर का ठौर है
वक्त अब कलुआ के घर का ठौर है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
24 के लिए
24 के लिए
*Author प्रणय प्रभात*
23/37.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/37.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*खिलती उसकी जिंदगी , पाई जिसने हार (कुंडलिया)*
*खिलती उसकी जिंदगी , पाई जिसने हार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
तुम रख न सकोगे मेरा तोहफा संभाल कर।
तुम रख न सकोगे मेरा तोहफा संभाल कर।
लक्ष्मी सिंह
"चापलूसी"
Dr. Kishan tandon kranti
शराब हो या इश्क़ हो बहकाना काम है
शराब हो या इश्क़ हो बहकाना काम है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
हालातों का असर
हालातों का असर
Shyam Sundar Subramanian
" तार हूं मैं "
Dr Meenu Poonia
*कोई नई ना बात है*
*कोई नई ना बात है*
Dushyant Kumar
शीर्षक - स्वप्न
शीर्षक - स्वप्न
Neeraj Agarwal
धोखा
धोखा
Paras Nath Jha
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
बावला
बावला
Ajay Mishra
ये उम्र के निशाँ नहीं दर्द की लकीरें हैं
ये उम्र के निशाँ नहीं दर्द की लकीरें हैं
Atul "Krishn"
** मुक्तक **
** मुक्तक **
surenderpal vaidya
Go to bed smarter than when you woke up — Charlie Munger
Go to bed smarter than when you woke up — Charlie Munger
पूर्वार्थ
सरकार~
सरकार~
दिनेश एल० "जैहिंद"
***
*** " तुम आंखें बंद कर लेना.....!!! " ***
VEDANTA PATEL
"मैं सब कुछ सुनकर मैं चुपचाप लौट आता हूँ
दुष्यन्त 'बाबा'
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
शे'र
शे'र
Anis Shah
हम उसी समाज में रहते हैं...जहाँ  लोग घंटों  घंटों राम, कृष्ण
हम उसी समाज में रहते हैं...जहाँ लोग घंटों घंटों राम, कृष्ण
ruby kumari
आधुनिक भारत के कारीगर
आधुनिक भारत के कारीगर
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
दशमेश गुरु गोविंद सिंह जी
दशमेश गुरु गोविंद सिंह जी
Harminder Kaur
I lose myself in your love,
I lose myself in your love,
Shweta Chanda
माई बेस्ट फ्रैंड ''रौनक''
माई बेस्ट फ्रैंड ''रौनक''
लक्की सिंह चौहान
नता गोता
नता गोता
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
Loading...