Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Feb 2021 · 1 min read

लेंगड़ू कै व्याह (अवधी दोहे)

( 1)
लेंगड़ू जी दुलहा बने, लइकै गयें बरात।
पानी पियत मा एक ठू, गड़बड़ होय गै बात।।

(2)
होय रकौंधी एक तौ, अउर अँधेरी रात।
शौच करै खेतेम गयें, गदहा मारिस लात।।

(3)
लात मुहप कसिकै परा, मुँह भर माटी खाँय।
दुलहा वाला शान था, कस कै वैं चिल्लायँ।।

(4)
हालत काँपत आय कै, खटियप बैठें आय।
गोड़ मुहँ सब सूज कै, यहुँ भाथर होय जाय।।

द्वारेक चार

(5)
फ़ूफक काँधेप बैठ गें, उतरैक नाव न लेंय।
कोई उतरैक जौ कहै, लाखन गारी देंय।।
(6)
लपकावर लै सरहज चली, जनवासेम पहुँचीं आय।।
भूख लाग लेंगडुक रहा, सगरिव गें गुटकाय।।
(7)
जस तस द्वारेक चार भा, भाँवर कै भा टेम।
तब तक साली आय के, पूँछै लागीं क्षेम।।
(8)
दुल्हक भाँवर घूमना, घर कै नाही रीत।
पंडित बांचै मंत्र औ, गाव बियाहू गीत।

(9)
बियाह निपट गा ठीक से, चलौ करौ जेवनार।
लेंगड़ू के साथे तभी, लागी खाय बिलार।।

(10)
छप छप्प परसै दहिव, समझिन बिल्ली आय।
धीरे से पीढ़ा लिहिन, सासुक दिहन जमाय।।

(11)
बात असलियत जान गा, हुँवा के पूरा गाँव।
तब से दुलहा भाइ कै, परा लेंगडुवा नाव।।

प्रीतम श्रावस्तवी

Language: Hindi
1 Like · 325 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अश्रु से भरी आंँखें
अश्रु से भरी आंँखें
डॉ माधवी मिश्रा 'शुचि'
आरजू
आरजू
Kanchan Khanna
सत्य होता सामने
सत्य होता सामने
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
खामोशियां मेरी आवाज है,
खामोशियां मेरी आवाज है,
Stuti tiwari
होली के कुण्डलिया
होली के कुण्डलिया
Vijay kumar Pandey
अपना भी नहीं बनाया उसने और
अपना भी नहीं बनाया उसने और
कवि दीपक बवेजा
महात्मा गांधी
महात्मा गांधी
Rajesh
आप जब खुद को
आप जब खुद को
Dr fauzia Naseem shad
जो जी में आए कहें, बोलें बोल कुबोल।
जो जी में आए कहें, बोलें बोल कुबोल।
डॉ.सीमा अग्रवाल
*कुछ अनुभव गहरा गए, हुए साठ के पार (दोहा गीतिका)*
*कुछ अनुभव गहरा गए, हुए साठ के पार (दोहा गीतिका)*
Ravi Prakash
हम मोहब्बत की निशानियाँ छोड़ जाएंगे
हम मोहब्बत की निशानियाँ छोड़ जाएंगे
Dr Tabassum Jahan
जेठ कि भरी दोपहरी
जेठ कि भरी दोपहरी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बचपन
बचपन
नूरफातिमा खातून नूरी
3177.*पूर्णिका*
3177.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आहुति  चुनाव यज्ञ में,  आओ आएं डाल
आहुति चुनाव यज्ञ में, आओ आएं डाल
Dr Archana Gupta
# डॉ अरुण कुमार शास्त्री
# डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
भारत भूमि में पग पग घूमे ।
भारत भूमि में पग पग घूमे ।
Buddha Prakash
हमारी आजादी हमारा गणतन्त्र : ताल-बेताल / MUSAFIR BAITHA
हमारी आजादी हमारा गणतन्त्र : ताल-बेताल / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
परिवर्तन
परिवर्तन
Paras Nath Jha
मुझे सोते हुए जगते हुए
मुझे सोते हुए जगते हुए
*Author प्रणय प्रभात*
" फ़साने हमारे "
Aarti sirsat
आज तुझे देख के मेरा बहम टूट गया
आज तुझे देख के मेरा बहम टूट गया
Kumar lalit
कई बात अभी बाकी है
कई बात अभी बाकी है
Aman Sinha
मेरी लाज है तेरे हाथ
मेरी लाज है तेरे हाथ
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
तरुण
तरुण
Pt. Brajesh Kumar Nayak
नूतन वर्ष
नूतन वर्ष
Madhavi Srivastava
"दलित"
Dr. Kishan tandon kranti
💐अज्ञात के प्रति-102💐
💐अज्ञात के प्रति-102💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
असफलता का घोर अन्धकार,
असफलता का घोर अन्धकार,
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
विश्वगुरु
विश्वगुरु
Shekhar Chandra Mitra
Loading...