Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jul 2017 · 1 min read

लुटेरा

????

चोर और डाकू तो सिर्फ धन लूटते हैं।
उससे बड़े अपराधी धन, तन लूटते हैं।
पर श्रद्धा के लुटेरे सबसे बड़ा लुटेरा –
ये तन, मन, धन, के साथ जीवन लूटते हैं।
????—लक्ष्मी सिंह ?☺

Language: Hindi
376 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
🇮🇳 🇮🇳 राज नहीं राजनीति हो अपना 🇮🇳 🇮🇳
🇮🇳 🇮🇳 राज नहीं राजनीति हो अपना 🇮🇳 🇮🇳
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*घनश्याम (कुंडलिया)*
*घनश्याम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
सुकून की चाबी
सुकून की चाबी
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
प्रभु गुण कहे न जाएं तुम्हारे। भजन
प्रभु गुण कहे न जाएं तुम्हारे। भजन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
शहर के माहौल
शहर के माहौल
Shekhar Chandra Mitra
गरीबी……..
गरीबी……..
Awadhesh Kumar Singh
मजदूर
मजदूर
Harish Chandra Pande
प्रेम
प्रेम
Mamta Rani
दुख मिल गया तो खुश हूँ मैं..
दुख मिल गया तो खुश हूँ मैं..
shabina. Naaz
🌹मंजिल की राह दिखा देते 🌹
🌹मंजिल की राह दिखा देते 🌹
Dr.Khedu Bharti
सागर प्रियतम प्रेम भरा है हमको मिलने जाना है।
सागर प्रियतम प्रेम भरा है हमको मिलने जाना है।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
बहाना मिल जाए
बहाना मिल जाए
Srishty Bansal
यह कैसी खामोशी है
यह कैसी खामोशी है
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
कभी अंधेरे में हम साया बना हो,
कभी अंधेरे में हम साया बना हो,
goutam shaw
कोई हुनर खुद में देखो,
कोई हुनर खुद में देखो,
Satish Srijan
छद्म शत्रु
छद्म शत्रु
Arti Bhadauria
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
कुछ लोग घूमते हैं मैले आईने के साथ,
कुछ लोग घूमते हैं मैले आईने के साथ,
Sanjay ' शून्य'
शुभ गगन-सम शांतिरूपी अंश हिंदुस्तान का
शुभ गगन-सम शांतिरूपी अंश हिंदुस्तान का
Pt. Brajesh Kumar Nayak
इक क्षण
इक क्षण
Kavita Chouhan
काले समय का सवेरा ।
काले समय का सवेरा ।
Nishant prakhar
मैं भारत हूं
मैं भारत हूं
Ms.Ankit Halke jha
चलो मौसम की बात करते हैं।
चलो मौसम की बात करते हैं।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
■एक_ग़ज़ल_ऐसी_भी...
■एक_ग़ज़ल_ऐसी_भी...
*Author प्रणय प्रभात*
विलोमात्मक प्रभाव~
विलोमात्मक प्रभाव~
दिनेश एल० "जैहिंद"
"आशा-तृष्णा"
Dr. Kishan tandon kranti
सृजन पथ पर
सृजन पथ पर
Dr. Meenakshi Sharma
प्रेम
प्रेम
Kanchan Khanna
आज का महाभारत 1
आज का महाभारत 1
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मुस्कुराते हुए सब बता दो।
मुस्कुराते हुए सब बता दो।
surenderpal vaidya
Loading...