Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Feb 2021 · 1 min read

**लिखे थे खत हमने तो हजार**

थे नैना जबसे लागे ,हम तुम दोनों ही जागे।
सपने-अपने यह मांगे, बढ़ते गए हम तो आगे।
अरे हो गया तुमसे प्यार, लिखे थे खत हमने तो हजार।।
(१)थी पहली वह मुलाकातें ,अंखियों से करते बातें .
सुनी सुनी फिर वे रातें,हम दोनों ही तो बिताते।
चलाते कलम को बारंबार, लिखे थे खत हमने तो हजार।।
(२)सुबह-सुबह हम जगते, प्रीत के काम में लगते ।
खिड़की से तुमको तकते, डरते डरते थे रुकते ।
कोई देख न ले नर नार ,लिखे थे खत हमने तो हजार।।
(३)दिन कैसे थे वे बीते, मुश्किल से हम थे जीते।
रस प्रेम का ही हम पीते, जख्म इक दूजे के सीते।
पर मानी न अपनी हार, लिखे थे खत हमने तो हजार।।
(४) प्यार होता इक बंधन, धड़के दिल की जब धड़कन।
डूब जाता तन और मन, अनमोल होता यारों यह धन।
अनुनय “प्रेम” जीवन का सार, लिखे थे खत हमने तो हजार।।
(५)युग आया नया नवेला, खतों को परे धकेला।
मोबाइल बना है चेला ,अरे छूट गया वह मैला।
कागज कलम हुए बेकार ,लिखे थे खत हमने तो हजार।।
राजेश व्यास अनुनय
बोड़ा तहसील नरसिंहगढ़ जिला राजगढ़ ( ब्यावरा )मध्य प्रदेश

35 Likes · 145 Comments · 1024 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कृष्ण जी के जन्म का वर्णन
कृष्ण जी के जन्म का वर्णन
Ram Krishan Rastogi
आप जितने सकारात्मक सोचेंगे,
आप जितने सकारात्मक सोचेंगे,
Sidhartha Mishra
वो इश्क को हंसी मे
वो इश्क को हंसी मे
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
पत्थर का सफ़ीना भी, तैरता रहेगा अगर,
पत्थर का सफ़ीना भी, तैरता रहेगा अगर,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
तू बस झूम…
तू बस झूम…
Rekha Drolia
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
■ जम्हूरियत के जमूरे...
■ जम्हूरियत के जमूरे...
*Author प्रणय प्रभात*
इसमें हमारा जाता भी क्या है
इसमें हमारा जाता भी क्या है
gurudeenverma198
अभी सत्य की खोज जारी है...
अभी सत्य की खोज जारी है...
Vishnu Prasad 'panchotiya'
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
ग्वालियर की बात
ग्वालियर की बात
पूर्वार्थ
हिय  में  मेरे  बस  गये,  दशरथ - सुत   श्रीराम
हिय में मेरे बस गये, दशरथ - सुत श्रीराम
Anil Mishra Prahari
इजाज़त
इजाज़त
डी. के. निवातिया
🇭🇺 श्रीयुत अटल बिहारी जी
🇭🇺 श्रीयुत अटल बिहारी जी
Pt. Brajesh Kumar Nayak
प्रेम साधना श्रेष्ठ है,
प्रेम साधना श्रेष्ठ है,
Arvind trivedi
और चलते रहे ये कदम यूँही दरबदर
और चलते रहे ये कदम यूँही दरबदर
'अशांत' शेखर
दोस्ती के नाम
दोस्ती के नाम
Dr. Rajeev Jain
हमको
हमको
Divya Mishra
मेरी फितरत तो देख
मेरी फितरत तो देख
VINOD CHAUHAN
💐प्रेम कौतुक-408💐
💐प्रेम कौतुक-408💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तुझे पाने की तलाश में...!
तुझे पाने की तलाश में...!
singh kunwar sarvendra vikram
माँ तो पावन प्रीति है,
माँ तो पावन प्रीति है,
अभिनव अदम्य
जीभ
जीभ
विजय कुमार अग्रवाल
दिखावे के दान का
दिखावे के दान का
Dr fauzia Naseem shad
यह कैसा पागलपन?
यह कैसा पागलपन?
Dr. Kishan tandon kranti
मंजिले तड़प रहीं, मिलने को ए सिपाही
मंजिले तड़प रहीं, मिलने को ए सिपाही
Er.Navaneet R Shandily
बनें जुगनू अँधेरों में सफ़र आसान हो जाए
बनें जुगनू अँधेरों में सफ़र आसान हो जाए
आर.एस. 'प्रीतम'
***** सिंदूरी - किरदार ****
***** सिंदूरी - किरदार ****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
" अकेलापन की तड़प"
Pushpraj Anant
जिसकी भी आप तलाश मे हैं, वह आपके अन्दर ही है।
जिसकी भी आप तलाश मे हैं, वह आपके अन्दर ही है।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
Loading...