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5 Nov 2019 · 3 min read

लालच

‌ आज के समाचार पत्र के मुखपृष्ठ पृष्ठ पर एक बहुत बड़ा विज्ञापन देखा। कि एक बड़ी मार्केटिंग कंपनी का शोरूम का उद्घाटन है जोकि टीवी फ्रिज वाशिंग मशीन और अन्य उपकरण मोबाइल लैपटॉप कंप्यूटर इत्यादि बहुत ही वाजिब दामों में उपलब्ध करा रही है ।
।प्रथम 100 ग्राहकों को उपहार से सम्मानित करने का भी प्रावधान है।
इसके अलावा ग्राहकों को आसान किस्तों पर भी उपकरण उपलब्ध है ।
उत्सुकता वश मैं भी शोरूम उद्घाटन पर वहां पहुंचा जहां पर बड़ी तादाद में जनता पहुंची थी ।
शोरूम का उद्घाटन स्थानीय विधायक द्वारा किया गया। शोरूम पर जिले के गणमान्य लोग और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।
उद्घाटन के पश्चात् एक बड़े होटल में इस उपलक्ष्य में अतिथियों के लिए पार्टी का आयोजन किया गया।
दूसरे दिन समाचार पत्र में शोरूम उद्घाटन समाचार के साथ कंपनी द्वारा प्रस्तुत स्पेशल स्कीम का उल्लेख था।
जिसमें यह कहा गया था कि था कि यदि ग्राहक समय पूर्व बुकिंग करेगा तो उसे एक निर्धारित अवधि के बाद 50% की छूट दी जाएगी। जिसके लिए उसे अपने साथ दो और ग्राहक इस निर्धारित अवधि तक बुकिंग के लिए प्रेरित करने होंगे। स्कीम अत्यंत लुभावनी थी । इसलिए काफी तादाद में लोग बुकिंग के लिए शोरूम पहुंचे और काफी बुकिंग उस दिन की गई ।
शोरूम के कर्मचारियों का व्यवहार सौहार्दपूर्ण था । जिससे लोग बहुत प्रभावित थे ।
कंपनी ने अपने वादे अनुसार प्रथम 100 ग्राहकों को विभिन्न प्रकार उपहार जैसे घड़ी, मिक्सी ,प्रेशर कुकर ,इंडक्शन कुकर, नॉन स्टिक तवा एवं कढ़ाई, राइस कुकर इत्यादि देकर सम्मानित किया।
देखते ही देखते कंपनी की शोहरत लोगों में काफी फैल गई। और काफी भीड़ शोरूम आने लग गई और लोगों में सामान खरीदने की जैसे होड़ सी लग गई ।
काफी तादाद में लोगों ने स्कीम के तहत लाभ पाने के लिए बुकिंग की रकम जमा की।
निर्धारित अवधि की समाप्ति पर कंपनी ने भी अपने वादे के अनुसार 50% कीमत लेकर ग्राहकों को सामान विक्रय करना शुरू कर दिया।
कंपनी की शोहरत दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ने लगी।
दिनभर लोगों की कतारें शोरूम पर लगने लगी। जनता जल्दी से जल्दी स्कीम का लाभ लेने के लिए लालायित होने लगी । कंपनी ने भी खुले हाथों से 50प्रतिशत कीमत पर सामान बेचना चालू कर दिया।
कुछ दिन तो वादे के मुताबिक ठीक-ठाक चलता रहा । पर कुछ दिन बाद कंपनी ने स्कीम के तहत अवधि को बढ़ा दिया और कहा कि माल की उपलब्धि फैक्ट्री से नहीं हो रही है ।
अतः सप्लाई में विलंब हो रहा है । जिसके लिए कंपनी को अत्यंत खेद है । फिर भी वह कोशिश कर रही है कि शीघ्रातिशीघ्र माल उपलब्धि सुचारू हो सके ।
धीरे धीरे कंपनी के समान की सप्लाई जनता को कम होने लगी। फिर भी जनता कंपनी के आश्वासन पर विश्वास कर रही थी।
उधर कुछ लोग अपनी बुकिंग कैंसिल करवा कर कंपनी से अपने जमा किए वापस मांगने लगे।
एक दो लोगों को कंपनी ने उनका जमा पैसा वापिस भी किया। परंतु काफी लोगों को यह अश्वासन देकर लौटा दिया कि माल की सप्लाई दो-चार दिन के अंदर बहाल हो जाएगी ।
फिर एक दिन जब ग्राहक कंपनी के शोरूम पर पहुंचे तो देखा कि शोरूम पर ताला लटका हुआ था । और वहां कोई भी मौजूद नहीं था।
केवल वहां पर कंपनी का चौकीदार मिला जिसने बताया कि आज कंपनी की छुट्टी है ।क्योंकि कंपनी के मैनेजर की दादी का स्वर्गवास हो गया है। अतः छुट्टी की घोषणा कर दी गई है ।
लोग उसके कथन पर विश्वास करके चले गए ।
पर तीन-चार दिन तक शोरूम न खुलने पर लोगों का माथा ठनका कि कहीं उनके साथ ठगी तो नहीं हो गई है ।
वह चौकीदार भी वहां से नदारद था। लोगों में असंतोष बढ़ता गया और कंपनी के विरुद्ध ठगी की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज कर दी गई।
पुलिस ने जब विवेचना की तो पता लगा कि लोगों के साथ धोखाधड़ी की गई है। और कंपनी लोगों से पैसा हड़प कर गायब हो गई है ।
समाचार पत्रों में मुखपृष्ठ पर कंपनी की धोखाधड़ी की खबर जोर शोर से प्रसारित की गई।
पता चला की इस तरह की धोखाधड़ी कंपनी ने अन्य शहरों में भी करके लोगों को काफी चूना लगाया है । और कंपनी के कर्ताधर्ताओं का कहीं अता पता नहीं है।

Language: Hindi
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