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6 May 2020 · 1 min read

लाकडाउन

रुखी सुखी खाय के जीवन रहें बिताय ।
घर से बाहर न निकलें ईश्वर तुम्हें सहाय ।

बदल गई है दिनचर्या सुबह देखो रामायण ।
भोजन करके रात में फिर देखो रामायण ।।

दोपहर और शाम को देख लो महाभारत ,
लाखों जन लील गया युद्ध महाभारत ‌।।

कोरोना वायरस ने जग को दिया डराय ।
मचा मचा आतंक वो लाखों को है खाय ।

घर में हमको कर दिया लाकडाउन ने कैद ।
लड़ने की ताकत बढ़ाने घर घर आवे वैद ।।

सोसल डिस्टेंशिंग रखो कहते सारे लोग ।
दूर दूर रहकर के जीवन जी रहे लोग ।।

दुःख के बादल छंट जायेंगे न रहना पास पास ।
पालन करो नियमों का लगाये रहो आस ।।
ओमप्रकाश भारती “ओम्”

Language: Hindi
3 Likes · 400 Views
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