लमहा- लमहा
तुम्हे लगता हम भूल गए, पर लमहा – लमहा याद
रहे हो।
ये दिल भले अब उजड़ा चमन है, इसमे तुम आबाद
रहे हो।
दूजे रिश्ते के खातिर ठुकराया था तुमने मुझको,
जिसे आज भी मैं खो न सका हूँ ,तुम ऐसी जायजाद रहे हो।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी
तुम्हे लगता हम भूल गए, पर लमहा – लमहा याद
रहे हो।
ये दिल भले अब उजड़ा चमन है, इसमे तुम आबाद
रहे हो।
दूजे रिश्ते के खातिर ठुकराया था तुमने मुझको,
जिसे आज भी मैं खो न सका हूँ ,तुम ऐसी जायजाद रहे हो।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी